मुजफ्फराबाद । पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में राष्ट्रपति अध्यादेश का विरोध तेज हो गया है। अध्यादेश के खिलाफ शुरू आंदोलन के दौरान रावलकोट और मीरपुर में हुई गिरफ्तारियों से पीओके में अशांति के बादल मंडराने लगे हैं। संयुक्त पीपुल्स एक्शन कमेटी ने पांच दिसंबर से पीओके में एक बार फिर बंद (हड़ताल) का आह्वान किया है।
एआरवाई न्यूज चैनल के अनुसार संयुक्त पीपुल्स एक्शन कमेटी ने कहा कि राष्ट्रपति अध्यादेश को समाप्त कर चार्टर को लागू किया जाए। इस अध्यादेश में हर तरह के विरोध प्रदर्शन के लिए प्रशासन की अनुमति लेना अनिवार्य कर दिया गया है। पीओके के लोगों ने इससे पहले सस्ती बिजली और आटे की मांग को लेकर मई में चक्काजाम हड़ताल की थी। इस दौरान रावलकोट, मीरपुर और क्षेत्र के अन्य इलाकों में सभी व्यापार केंद्र, कार्यालय और शैक्षणिक संस्थान बंद रहे।