बेंगलुरु, एशिया कप जीतने के बाद बेंगलुरु लौटी भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम .दरअसल भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम मस्कट, ओमान में पुरुष जूनियर एशिया कप का खिताब जीतने के बाद आज बेंगलुरु पहुंची है। वहीं भारत ने फाइनल में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 5-3 से हराकर अपने पुरुष जूनियर एशिया कप खिताब का सफलतापूर्वक बचाव किया है । इस जीत के साथ भारत ने अपना पांचवां पुरुष जूनियर एशिया कप खिताब पक्का कर लिया है और एशिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। बता दें कि भारत को जापान, कोरिया, थाईलैंड और चीनी ताइपे के साथ पूल ए में रखा गया था। उन्होंने थाईलैंड, चीनी ताइपे और कोरिया पर जीत के साथ ग्रुप चरण में अपना दबदबा बनाया। हालाँकि, जापान के खिलाफ उनका दूसरा मैच उनके अभियान के सबसे कठिन मैचों में से एक साबित हुआ, लेकिन अरजीत सिंह हुंदल ने तीसरे क्वार्टर में गोल करके भारतीय टीम की 3-2 से जीत पक्की कर दी। पूल चरण के अंत में, भारत ने कुल 38 गोल किये।
वहीं बेंगलुरु पहुंचने पर कप्तान अमीर अली ने कहा,”जूनियर एशिया कप में हमारी यात्रा असाधारण रही है। प्रत्येक मैच ने अपनी चुनौतियां पेश कीं, लेकिन हमारी टीम का दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत चमक गई। हमारे फॉरवर्ड ने असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया, लगातार डिफेंस को तोड़ा और स्कोरिंग के अवसर बनाए। यह खिताब जीतना पांचवीं बार हमारी उत्कृष्टता की खोज और हमारे अविश्वसनीय प्रशंसकों के समर्थन का प्रमाण है।”
सेमीफाइनल में भारत ने मलेशिया से मुकाबला किया और दिलराज सिंह, उप-कप्तान रोहित और शारदा नंद तिवारी के गोल की मदद से 3-1 से जीत दर्ज की। वहीं फाइनल में अरायजीत के शानदार चार गोल की बदौलत भारत ने पाकिस्तान को हराकर स्वर्ण पदक जीता।
यह खिताब बचाव पिछले महीने सुल्तान जोहोर कप में अच्छे प्रदर्शन के बाद आया, जहां मुख्य कोच पीआर श्रीजेश ने अपनी टीम को अपनी पहली प्रतियोगिता में कांस्य पदक दिलाया।