उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डा. आम्बेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर शुक्रवार को हजरतगंज स्थित आम्बेडकर प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद मुख्यमंत्री आम्बेडकर महासभा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू, बौद्ध और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को वहां के कट्टरपंथियों द्वारा मारा जा रहा है, जलाया जा रहा है। उनकी संपत्ति लूटी जा रही है। माताओं बहनों की इज्जत के साथ खिलवाड़ हो रहा है। उन्होंने कहा कि जिन्ना का जिन्न जब तक धरती पर रहेगा तब तक इस प्रकार की अराजकता होती रहेगी। यही दृश्य हम वहां देख रहे हैं। जितने वहां हिन्दू व बौद्ध मारे जा रहे हैं वह दलित हैं।
सीएम योगी ने कहा कि संविधान की प्रति दिखाकर ढ़ोंग करने वालों के वास्तविक चेहरे को देश के सामने प्रस्तुत करने की जरूरत है। इन्होंने बाबा साहब के मूल संविधान पर कुठाराघात करके उसकी ‘हत्या’ करने का प्रयास किया था। यही कृत्य कांग्रेस ने 1975 में किया था। वही कृत्य आज भी कर रहे हैं। किसी संविधान की प्रस्तावना उसकी आत्मा होती है। हमारी आत्मा अगर शरीर से हट गयी तो शरीर मृत होता है।
सीएम योगी ने कहा कि बाबा साहब आम्बेडकर ने कहा था कि भारत का बंटवारा होने मत दीजिए। उन्होंने हैदराबाद के रजाकारों के द्वारा दलितों के गांव जलाये जाने पर उस समय डा. आम्बेडकर ने दलितों को पत्र लिखा था कि निजाम की रियासत छोड़कर बाहर आ जाओ लेकिन किसी भी कीमत पर धर्म न बदलो। बाबा साहब अपने आदर्शों से डिगे नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बोधिसत्व बाबा साहब का सपना था, समाज में गरीबी रेखा की स्थिति को समाप्त करके हर व्यक्ति के जीवन में खुशहाली लाने में योगदान दे सकें। इस सपने को डबल इंजन की सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ साकार करने के लिए संकल्पित है। आज डबल इंजन की सरकार जिसके पास जमीन नहीं है, उसको जमीन का पट्टा और जिसके पास मकान नहीं है, उसको मकान की सुविधा, जिसके पास राशन कार्ड नहीं उसको राशन कार्ड जिसके पास आयुष्मान कार्ड नहीं है उसे आयुष्मान कार्ड दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंच तीर्थों को विकसित करने का काम मोदी सरकार ने किया। अम्बेडकर महासभा की मांग पर लखनऊ में इंटरनेशनल सेन्टर की स्थापना का काम हो रहा है। जिसमें डिटोरियम,लाईब्रेरी,छात्रावास,अतिथिगृह और अम्बेडकर का भव्य स्मारक भी होगा।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, समाज कल्याण मंत्री असीम अरूण,अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत,एमएलसी लालजी प्रसाद निर्मल व रामचन्द्र पटेल प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।