तेलअवीव । सीरिया में असद सरकार का पतन और विद्रोहियों के कब्जे के बाद इजराइल ने ऑपरेशन इजराइल शुरु कर दिया है।
गोलान हाइट्स के पास सीरियाई इलाकों में इजराइल ने अपनी सेना भेज दी है। इजराइल ने इस तैनाती को अपनी सुरक्षा के लिए जरूरी बताया है। इजराइल के इस नए ऑपरेशन का पूरा फोकस अभी सीरिया के 3 इलाकों में ज्यादा है, जिनमें कुनेइत्रा, नवा और दारा। इजराइल ने सीरिया में करीब 100 से ज्यादा हवाई हमले किए हैं और वह लगातार अपने हमलों का दायरा बढ़ा रहा है। इजराइल ने गोलन हाइट्स से निकलकर डिमिलिटराइज्ड जोन में भी अपने हमले शुरू किए हैं। इजराइल अब सीरिया के 14 किमी तक के इलाको में घुस गया है, हालांकि इस कब्जे को इजराइली अधिकारियों ने अस्थाई बताया है।
बता दें कि कुछ लोग मान रहे हैं कि इजराइल पहले से ही इस उम्मीद में था की जब विद्रोही गुटों का सीरिया पर कब्जा हो, तब ही वो अपना ऑपरेशन स्टार्ट करे, ताकि उसको जवाब देने के लिए इन इलाकों में कोई सेना न हो। इजराइल लगातार दारा में हवाई हमलों के दौरान गोला-बारूद और हथियारों के डिपो को निशाना बना रहा है। इजराइल को लगता है इसी इलाके से वेस्ट बैंक को भी मदद दी जाती रही है और साउथ लेबनान में भी हथियारों की सप्लाई यहीं से की जाती है। बता दें दारा से ही 2011 में असद विरोधी प्रदर्शन शुरू हुए थे।
दारा वेस्ट बैंक से करीब 150 किमी दूर है, लेकिन इस इलाके में ना तो इजराइल सर्विलेंस कर पता था और नहीं कोई करवाई कर पता था। इजराइल का मकसद ईरान समर्थित समूहों की सैन्य क्षमता को कमजोर करना और क्षेत्र में अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित करना है और इसी मकसद को आगे बढ़ते हुए इजराइल ने अपना नया ऑपरेशन शुरू किया है। इस ऑपरेशन का नाम न्यू ईस्ट रखा गया है।