उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ को इस बार प्लास्टिक मुक्त कुंभ बनाकर हरित महाकुंभ बनाने का प्रयास है। इसके लिए गुरुवार को छोटी काशी जयपुर में एक थाली एक थैला अभियान का संकल्प किया गया।
जयपुर के आराध्य गोविंद देव मंदिर प्रांगण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ऋषि गालव जिला इकाई के कार्यकर्ताओं ने प्रयागराज महाकुंभ को हरित कुंभ बनाने के उद्देश्य से इस अभियान का प्रारंभ किया। जिसके तहत भामाशाहों से थैला और थाली एकत्र किए गए।
आगामी 13 से 26 जनवरी तक प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ में 40 करोड़ श्रद्धालु जुटने की संभावना जताई जा रही है। इतनी बड़ी संख्या में तीर्थ यात्रियों के भोजन आदि में पॉलीथिन और डिस्पोजल के उपयोग से लगभग 40 हजार टन कचरा उत्सर्जित होने का अनुमान लगाया जा रहा है। जिसमें शासन-प्रशासन द्वारा स्वच्छता और कचरा निस्तारण की व्यवस्था काफी मुश्किल कार्य लगता है। इसे ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पर्यावरण विभाग और विश्व हिंदू परिषद ने एक थाली एक थैला अभियान की शुरुआत की। ताकि, प्रयागराज महाकुंभ को हरित कुंभ यानी प्लास्टिक मुक्त कुंभ बनाया जा सके।
इस संबंध में महानगर पर्यावरण संयोजक अशोक दाधीच ने बताया कि हरित कुंभ के लिए संकल्प किया है कि हर घर से एक थाली एक थैला संग्रहित कर प्रयागराज के तीर्थ यात्रियों तक पहुंचाया जाएगा। हर कुंभ यात्री के पास भोजन के लिए थाली होगी और सामान के लिए थैला होगा तो इससे बहुत कम कचरा उत्सर्जित होगा। जयपुर में गोविंद देव मंदिर से इस अभियान की शुरुआत की गई है। उन्होंने इस पुनीत कार्य में सभी की सहभागिता का आह्वान किया।
भाग प्रचार प्रमुख विनय अग्रवाल ने बताया कि ये अभियान पूरे दिसंबर में चलेगा। इसके बाद संग्रहित किए गए थाली और थैलों को प्रयागराज तक पहुंचाया जाएगा। गुरुवार को गोविंद देव जी मंदिर में नंदू अग्रवाल, ओपी अग्रवाल, प्रभु दयाल शर्मा, सुरेंद्र डालमिया, हरीश खंडेलवाल, नरेश सोंखिया, मुकेश पारीक ने 2100 सैट थैले और थाली प्रयागराज महाकुंभ के लिए सहयोग प्रदान किया। भाग संघचालक अशोक जैन, प्रांत सह प्रचारक विशाल एवं शहर के कई लाेगाें की उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुआ।