हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि विधायकों की झंडी के मुद्दे पर बजट सत्र में फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा है कि हिमाचल भवन के आवंटन में विधायकों को सरकार प्राथमिकता देगी। विधायकों के सम्मान के मुद्दे पर सरकार गंभीर है, लिहाजा कोई भी ऐसा कृत्य नहीं होना चाहिए कि वे अपमानित महसूस करे। सुक्खू विधानसभा में शनिवार को शून्यकाल में भाजपा के त्रिलोक और राकेश जम्वाल के उठाए गए मुद्दों पर बोल रहे थे।
इससे पूर्व भाजपा के त्रिलोक जम्वाल ने विधायक लोकेंद्र कुमार को हिमाचल भवन दिल्ली में कमरा न मिलने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि सामान्य प्रशासन ने विधायक को फोन पर कमरा बुक होने की सूचना दी गई। मगर दिल्ली पहुंचने पर उनका नाम लिस्ट से गायब था। उन्होंने कहा कि सामान्य प्रशासन विभाग विधायकों के फोन का उत्तर भी देना जरूरी नहीं समझता। लिहाजा सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है।
भाजपा के ही राकेश जम्वाल ने विधायकाें की झंडी का मुद्दा शून्यकाल में उठाया। उन्होंने कहा कि जिला परिषद समेत कई विभागों के झंडे वाहनों में लगे हैं। मोटर वाहन अधिनियम में संशोधन के बाद विधायकों की गाड़ियाें से झंडा हटा दिया गया है। नतीजतन कई विधायकों के चालान भी हुए हैं। लिहाजा सरकार को जनप्रतिनिधियाें को झंडी देने बारे सोचना चाहिए।
लोकेंद्र कुमार ने आनी विधानसभा क्षेत्र में अवैध खनन का उठाया मामला
शून्यकाल में ही भाजपा के लोकेंद्र कुमार ने आनी विधानसभा क्षेत्र में अवैध खनन का मामला उठाया। कांग्रेस के संजय रतन ने विधायक निधि से मकान बनाने के लिए धन आवंटन कांग्रेस के सुल्तानपुरी ने परवाणू में पेयजल तथा कसौली, डगशाई व सुबाथू छावनी परिषदों में भूमि, कांग्रेस के भवानी सिंह पठानिया ने शाह नहर के लिए धन आवंटन, भाजपा के इंद्र सिंह गांधी ने मेडिकल कॉलेज नेरचौक के लिए भूमि तथा कांग्रेस के सुदर्शन सिंह बबलू ने कटौर खुर्द सहकारी सोसाइटी में अनियमितताओं का मामला सदन में उठाया। भाजपा के सुरेंद्र शौरी ने नेशनल हाइवे की दयनीय स्थिति का मुद्दा शून्यकाल में उठाया।