मध्य प्रदेश में कड़ाके की सर्दी का दौर जारी है। बुधवार सुबह कई शहरों में घना कोहरा छाया हुआ है। ठंड के इस सितम के बीच बारिश ने भी दस्तक दे दी है। प्रदेश में सीजन का पहला मावठा गिर रहा है। पिछले 24 घंटे में 10 से ज्यादा जिलों में हल्की बारिश हुई, जबकि ग्वालियर-चंबल संभाग में कोहरा छाया रहा। आज बुधवार को ग्वालियर, चंबल, रीवा और शहडोल संभाग के जिलों में हल्की बारिश होने की संभावना है। वहीं, 27 दिसंबर के बाद ओला और बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो सकता है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया, पश्चिमी विक्षोभ (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से मौसम बदल गया है। ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग के कुछ जिलों में बारिश हुई है। बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) एक्टिव है। वहीं, एक पाकिस्तान के ऊपर पश्चिम विक्षोभ एक्टिव है। 26 दिसंबर की रात में एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इस वजह से प्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनेगा। 28 दिसंबर तक इसका असर बना रहेगा। जबकि 27 दिसंबर को ओले-बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनेगा। जिसका भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत पूरे प्रदेश में असर देखने को मिलेगा।
सोमवार-मंगलवार की रात में भिंड-सीहोर में बारिश हुई। वहीं, मंगलवार को पन्ना, दतिया, टीकमगढ़, बड़वानी, खजुराहो, निवाड़ी, मुरैना, भिंड, अशोकनगर, श्योपुर में हल्की बारिश दर्ज की गई। भोपाल में पूरे दिन बादल छाए रहे। वहीं, सर्द हवाएं चलीं। जिससे लोग ठिठुर गए। इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में भी ऐसा ही मौसम रहा। हालांकि, दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी हुई है।
प्रदेश में सोमवार-मंगलवार की रात में कई शहरों में तापमान 5 डिग्री तक लुढ़क गया। मंडला में सबसे कम 9.3 डिग्री दर्ज किया गया। कल्याणपुर, खजुराहो, नरसिंहपुर, रायसेन, उमरिया, दमोह, रीवा, पचमढ़ी, बैतूल, नौगांव, राजगढ़, मलाजखंड, खंडवा, रतलाम, सतना, खरगोन, गुना, टीकमगढ़ में पारा 14 डिग्री से नीचे रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में पारा 13 डिग्री से ज्यादा ही दर्ज किया गया।