Los Angeles Wildfire : ट्रंप का आरोप- लॉस एंजेलिस के जंगलों में डेल्टा स्मेल्ट फिश से लगी आग

Seema Pal

Los Angeles Wildfire : लॉस एंजेलिस और कैलिफ़ोर्निया के जंगलों में पिछले कुछ सालों से भीषण आग की घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं। इन घटनाओं ने न केवल पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुँचाया है, बल्कि मानव जीवन और संपत्ति को भी गंभीर खतरे में डाला है। इस बार, इन जंगलों में आग के कारणों को लेकर एक नई और दिलचस्प बहस शुरू हो गई है। एलोन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप जैसे प्रमुख व्यक्तित्वों ने इस आग के कारणों का आरोप एक विवादास्पद पर्यावरणीय मुद्दे, डेल्टा स्मेल्ट फिश (Delta Smelt) को लगाया है, जो कैलिफ़ोर्निया के जल स्रोतों में पाई जाती है।

डेल्टा स्मेल्ट फिश क्या है?

डेल्टा स्मेल्ट एक छोटी सी मछली है जो कैलिफ़ोर्निया के सेंट्रल वैली के जलमार्गों में पाई जाती है। यह मछली लंबे समय से कैलिफ़ोर्निया के पारिस्थितिकी तंत्र का एक अहम हिस्सा रही है, लेकिन अब यह दुर्लभ और संकटग्रस्त प्रजाति बन गई है। डेल्टा स्मेल्ट के संरक्षण के लिए कई नियम और योजनाएँ बनाई गई हैं, जैसे कि जल के प्रवाह को नियंत्रित करना ताकि इस मछली की प्रजनन प्रक्रिया में कोई विघ्न न आए।

एलोन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप का आरोप

एलोन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप दोनों ने हाल के महीनों में डेल्टा स्मेल्ट फिश के संरक्षण को जंगलों में आग की घटनाओं का कारण बताया है। उनका तर्क है कि जलवायु परिवर्तन और जंगलों में आग को नियंत्रित करने में समस्याएँ केवल वनों की देखभाल और जलवायु नीति की वजह से नहीं, बल्कि डेल्टा स्मेल्ट के संरक्षण के चलते जल संसाधनों का अत्यधिक उपयोग करने के कारण भी हो रही हैं।

मस्क का कहना है कि कैलिफ़ोर्निया में डेल्टा स्मेल्ट की रक्षा के नाम पर जलप्रवाह को रोकने की नीति ने सूखा और पानी की कमी जैसी समस्याओं को और बढ़ा दिया है। इसके परिणामस्वरूप, जंगलों को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा, जिससे वे ज्यादा सूख रहे हैं और आग लगने की संभावना बढ़ रही है। उनका मानना है कि जल प्रवाह को ज्यादा नियंत्रित करने की बजाय, जंगलों को बेहतर तरीके से प्रबंधित करने की जरूरत है।

वहीं, डोनाल्ड ट्रंप ने भी एक बार कैलिफ़ोर्निया में जंगलों में आग लगने के लिए डेल्टा स्मेल्ट की संरक्षण नीतियों को जिम्मेदार ठहराया था। उनका कहना था कि इन नीतियों के चलते पानी के वितरण में अनावश्यक प्रतिबंध लग रहे हैं, जो कैलिफ़ोर्निया के जल स्रोतों को प्रभावित कर रहे हैं। ट्रंप का आरोप है कि इन नीतियों ने सूखे की समस्या को बढ़ावा दिया है और इससे जंगलों में आग की घटनाएँ और अधिक तीव्र हो गई हैं।

क्या डेल्टा स्मेल्ट के संरक्षण का आग से कोई सीधा संबंध है?

हालांकि मस्क और ट्रंप के आरोपों ने एक बहस को जन्म दिया है, लेकिन विशेषज्ञ इस मुद्दे को जटिल मानते हैं। कैलिफ़ोर्निया के कई पर्यावरणीय विशेषज्ञ मानते हैं कि डेल्टा स्मेल्ट के संरक्षण की नीतियों का जंगलों में आग की घटनाओं से सीधा संबंध नहीं है। उनका कहना है कि जंगलों में आग के कारण मुख्यतः जलवायु परिवर्तन, अत्यधिक गर्मी, सूखा और मानवीय गतिविधियाँ हैं, जो जंगलों की स्थिति को खराब कर रही हैं।

विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि डेल्टा स्मेल्ट के संरक्षण की नीतियाँ जलमार्गों के इकोसिस्टम को बचाने के लिए आवश्यक हैं, और इन नीतियों को सही तरीके से लागू करने से भविष्य में जलवायु संकट और जल संकट को बेहतर तरीके से प्रबंधित किया जा सकता है।

आखिरकार, क्या होना चाहिए?

लॉस एंजेलिस और कैलिफ़ोर्निया में बढ़ती आग की घटनाओं के समाधान के लिए एक संतुलित दृष्टिकोण की आवश्यकता है। इसमें जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने के साथ-साथ पारिस्थितिकी तंत्र के विभिन्न पहलुओं का संरक्षण भी शामिल होना चाहिए। डेल्टा स्मेल्ट जैसी संकटग्रस्त प्रजातियों की रक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए, लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि जंगलों और जल स्रोतों का प्रबंधन संतुलित तरीके से किया जाए।

वर्तमान में, यह स्पष्ट है कि जंगलों में आग को रोकने के लिए सिर्फ एक कारण को दोषी ठहराना समाधान नहीं है। इसके लिए समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है, जिसमें जलवायु परिवर्तन, सूखा, जंगलों का प्रबंधन और पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण सभी शामिल हों।

लॉस एंजेलिस और कैलिफ़ोर्निया के जंगलों में आग की घटनाएँ बढ़ रही हैं, और इसके कारणों पर विभिन्न दृष्टिकोण हैं। एलोन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप ने डेल्टा स्मेल्ट फिश के संरक्षण को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह आग के मुख्य कारण नहीं हैं। फिर भी, इस मुद्दे पर लगातार चर्चा और शोध की आवश्यकता है ताकि हम भविष्य में ऐसी घटनाओं से बच सकें।

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