मेहंदीपुर बालाजी स्थित धर्मशाला में एक ही परिवार के चार की मौत मामले में पुलिस ने खंगाले सीसीटीवी फुटेज

दाैसा । मेहंदीपुर बालाजी कस्बे की समाधि वाली गली स्थित राधा-कृष्ण आश्रम धर्मशाला में मंगलवार रात एक परिवार के चार लोगों के शव मिलने के बाद पुलिस इस मामले की गुत्थी सुलझाने के प्रयास में जुट गई है। पुलिस ने बुधवार काे भी आसपास के सभी हाेटलाें-धर्मशालाओं में पूछताछ कर सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं। पुलिस प्रारम्भिक तौर पर इसे सामूहिक आत्महत्या मान रही है।

करौली एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि मेहंदीपुर बालाजी की समाधि वाली गली स्थित धर्मशाला के कमरे में मंगलवार शाम एक ही परिवार के चार लोग मृत मिले थे। टोडाभीम थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो कमरे का दरवाजा खुला हुआ था, जिसमें दो शव बेड व दो जमीन पर पड़े मिले। प्रथम दृष्टया पॉइजनिंग से मौत प्रतीत हो रही है। घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए गए हैं। महिला कमलेश देवी (57) और बेटी नीलम (31) के शव बेड के बगल में और सुरेंद्र (61) पुत्र ताराचंद का शव बेड पर व बेटे नितिन (33) का शव बाथरूम के गेट के बीच में पड़ा मिला।

कमरे को सीज किया गया है।

एसपी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद पता चला है कि यह परिवार मंगलवार सुबह बालाजी के दर्शन करने गया था, जहां से करीब आठ बजे धर्मशाला लौट आया। इसके बाद परिवार के मुखिया सुरेंद्र की तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें ई-रिक्शा से अस्पताल ले जाया गया था। अस्पताल से लौटने के बाद शाम छह बजे तक परिवार के सदस्यों की आवाजाही सीसीटीवी में देखी गई।

पुलिस सामूहिक आत्महत्या की आशंका पर काम कर रही है लेकिन अन्य एंगल भी खंगाले जा रहे हैं। हादसे की सूचना के बाद भतीजा सुशील, सुरेंद्र का छोटा भाई मुकेश और बड़े भाई का बेटा मेहंदीपुर बालाजी के लिए रवाना हो गए हैं।

गाैरतलब है कि मृतकों में माता-पिता और बेटा-बेटी हैं, जो उत्तराखंड के देहरादून के रहने वाले थे। बारह जनवरी को समाधि वाली गली स्थित रामा-कृष्णा आश्रम धर्मशाला में कमरा किराए पर लेकर रुके थे। परिवार के सदस्य नितिन कुमार पुत्र सुरेंद्र उपाध्याय निवासी रायपुर, देहरादून (उत्तराखंड) के नाम से रुके थे। सभी लोग 14 जनवरी को दोपहर बाद चेक आउट करने वाले थे।

मंगलवार शाम करीब 7.30 बजे सफाई कर्मचारी कमरे के बाहर पहुंचा तो वहां कोई हलचल नहीं दिखी। इसकी जानकारी मैनेजर गुड्डू भालपुर को दी गई। उसने माैके पर पहुंचकर देखा तो कमरे में चार डेड बॉडी पड़ी हुई थी। सूचना पर चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।

जानकारी मिलते ही टोडाभीम थाना इंचार्ज भी मौके पर पहुंचे। धर्मशाला के मैनेजर गुड्डू ने अनुसार, माता-पिता के साथ बेटा और बेटी 12 जनवरी की शाम को धर्मशाला में आए थे। परिवार के सदस्यों के अनुसार, पिता और बेटी पर कोई संकट था, जिसके निवारण के लिए वे मेहंदीपुर बालाजी धाम दर्शन करने आए थे। मंगलवार दोपहर को सभी सदस्य बाहर खाना खाने गए थे। लौटते समय भी वे सभी ठीक लग रहे थे। मौत कैसे हुई, इसकी पुलिस जांच कर रही है।

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