-बड़े वाहनों के मूवमेंट पर रखी जा रही नजर, ड्रोन से की जाएगी निगरानी
नई दिल्ली । 26 जनवरी गणतंत्र दिवस को लेकर खुफिया विभाग ने अलर्ट जारी किया है। विभाग ने अलर्ट में कहा है कि 26 जनवरी के मद्देनजर दिल्ली में माहौल खराब करने की साजिश रची जा सकती है। आतंकी भीड़ को बड़े वाहनों से कुचलकर नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। हाल ही में जर्मनी में इस तरह का अटैक हुआ था जिसमें कुछ लोगों की मौत हो गई थी, वहीं 300 से ज़्यादा लोग घायल हो गए थे। यही नहीं पिछले महीने में कई देशों में वीकल रेमिंग अटैक के जरिये भारी वाहनों से भीड़ पर आत्मघाती हमले किए गए हैं।
इस व्हीकल रेमिंग अटैक के अलर्ट के मद्देनजर दिल्ली पुलिस की तमाम यूनिट्स को सख्त निर्देश दिए गए हैं। खासकर जहां सड़कों पर ज्यादा भीड़ होती है जिन सड़कों पर वाहनों की स्पीड काफी तेज होती और बड़े वाहनों के मूवमेंट उनकी गतिविधियों पर भी खासी नजर रखी जाएगी। इस बार 26 जनवरी को लेकर ड्रोन हमले का अलर्ट जारी किया गया है।
इस बार 26 जनवरी के मद्देनजर एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी का और व्यापक तरीके से इस्तेमाल भी किया जा रहा है। दरअसल वीकल रेमिंग अटैक को एक ऐसा हमला भी कहा जाता है जिसमें कोई शख्स जानबूझकर वाहन का इस्तेमाल कर लोगों को भीड़ को चोट पहुंचाने या मारने की कोशिश करता है। ऐसे हमले आमतौर पर भीड़-भाड़ वाले इलाकों, बाजारों या सार्वजनिक आयोजनों में किए जाते हैं।
ऐसे हमले आतंकी संगठन, इकलौता शख्स, मानसिक बीमार शख्स, देश विरोधी गतिविधियों में शामिल शख्स अंजाम दे सकता है। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया था कि गणतंत्र दिवस और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए राजधानी दिल्ली में अर्धसैनिक बलों की 60 से ज्यादा कंपनियां और 10 हजार से ज्यादा पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा। साइबर विशेषज्ञ अधिकारियों की तैनाती के अलावा, दिल्ली में ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी और व्यस्त इलाकों में सतर्कता बढ़ाई जाएगी।