पूर्व भारतीय क्रिकेटर इरफान पठान ने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी(जेएनयू) में हुई हिंसा को लेकर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि इससे हमारे देश की छवि को नुकसान हो रहा है। पठान ने बीते शनिवार को ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। वे देश से जुड़े मसलों पर अपना पक्ष रखने से पीछे नहीं हटते हैं।
What happened in JNU yesterday is not a regular incident.
Students being attacked by armed mob inside University campus, in hostels, is as broken as it can get. This isn’t helping our country’s image #JNUViolence— Irfan Pathan (@IrfanPathan) January 6, 2020
पठान ने जेएनयू में हुई हिंसा व नकाबपोश भीड़ द्वारा छात्रों की पिटाई पर गुस्सा जाहिर करते हुए ट्वीट में लिखा, ‘कल जेएनयू में जो कुछ हुआ वह नियमित घटना नहीं है। विश्वविद्यालय परिसर, हॉस्टल के अंदर हथियारों से लैस भीड़ द्वारा छात्रों पर हमला किया गया। इससे बुरा क्या हो सकता है। इससे हमारे देश की छवि को फायदा नहीं हो रहा।’
Such violence on university campus is completely against the ethos of this country. No matter what the ideology or bent of mind, students cannot be targeted this way. Strictest punishment has to be meted out to these goons who have dared to enter the University #JNU
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) January 5, 2020
उल्लेखनीय है कि ‘ रविवार शाम को जेएनयू के 18 छात्रों (जिसमें एएनयूएसयू के अध्यक्ष आइशी घोष भी शामिल थीं) को चोटिल होने के बाद एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। नकाबपोश लोग जेएनयू परिसर में घुसे और छात्रों और प्रोफेसरों की डंडों और रॉड से पिटाई की। इससे पहले गौतम गंभीर ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की थी। गंभीर ने ट्वीट में लिखा था कि हमला करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।