VIDEO : क्या ट्रंप से बहस करना पड़ा जेलेंस्की को पड़ा भारी यूक्रेन को दी गई अमेरिकी मदद पर होगी जांच !  

Trump Zelenskyy Meeting: अमेरिका के व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की की गरमागरम बैठक से पूरी दुनिया को एक मैसेज चला गया है कि रूस-यूक्रेन का युद्ध इतनी आसानी और इतनी जल्दी तो खत्म नहीं होने नहीं वाला। बैठक में जिस तरह यूक्रेन और अमेरिका के राष्ट्रपतियों के बीच जोरदार बहस हुई (US Ukraine Meeting), ट्रंप ने ज़ेलेंस्की को मीडिया समेत पूरी दुनिया के सामने ये तक कह दिया कि डील करो या फिर घर जाओ, इससे साफ पता चल जाता है कि अमेरिका इस युद्ध को अपनी शर्तों पर खत्म करना चाहता है ना कि यूक्रेन (Russia Ukraine War) की। इतना ही नहीं ट्रंप से ज़ेलेंस्की के मीटिंग में टकराने का खामियाज़ा अब पूरे यूक्रेन को भुगतना पड़ सकता है। यूक्रेन को दी गई अमेरिकी मदद पर होगी जांच न्यूज़वीक ने एक रॉयटर्स की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया है कि दोनों देशों के बीच बैठक के बाद व्हाइट हाउस (White House) की तरफ से यूक्रेन को दी जा रही मदद की कड़ी जांच करने का फैसला लिया है। यानी यूक्रेन को जो अब तक अमेरिकी सहायता मिली, उसका इस्तेमाल यूक्रेन ने कहां-कहां, कब और कैसे किया है, इसका खुलासा किया जाएगा। हालांकि इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका के व्हाइट हाउस और यूक्रेन के विदेश मंत्रालय को इस बारे में जवाब के लिए मेल किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन में अमेरिकी सहायता से जुड़े खर्च, धोखाधड़ी और दुरुपयोग की जांच की कोशिशों में तेजी लाएंगे। रिपोर्ट मे एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी का हवाला देते हुए बताया गया है कि एलन मस्क और उनके सरकारी दक्षता विभाग (DOGE) ने यूक्रेन में खर्च की गई बड़ी धनराशि से होने वाली संभावित समस्याओं पर बातचीत करना शुरू कर दिया है। अब उन कोशिशों में तेजी आएगी। अधिकारी ने दावा किया कि DOGE को यूक्रेन की सहायता में पहले से ही बड़ी समस्याएं मिल रही हैं ऐसे में DOGE ने इसकी जांच के लिए पहले ही व्हाइट हाउस को सुझाव दिया था। यूक्रेन ने धोखाधड़ी से किया इनकार गौर करने वाली बात ये है कि इस मुद्दे पर यूक्रेन ने पहले तो भ्रष्टाचार की चिंता जताई थी लेकिन व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई मीटिंग के बाद जब वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने एक इंटरव्यू में ये कह दिया कि अमेरिका की दी गई मदद की बर्बादी हुई है या फिर कोई धोखाधड़ी की गई है। ज़ेलेंस्की ने ये कहा कि अमेरिका की तरफ से जो मदद की गई है चाहे वो कैश की हो या फिर हथियारों की, हर किसी की डिजिटल ट्रैकिंग और लॉगिंग की गई है। यूक्रेन ने अमेरिका को पूरे खुले तौर पर बताया है कि यूक्रेन ने अमेरिका के भेजे हथियारों और वित्तीय धन का इस्तेमाल कैसे हुआ।

अब आगे क्या?

एलन मस्क और उनका विभाग DOGE अब इस मामले की जांच करेगा। अगर इस पर सच में कोई धोखाधड़ी पाई जाती है, तो अमेरिका यूक्रेन (Ukraine) पर कड़ा एक्शन ले सकता है। इसमें यूक्रेन पर प्रतिबंध भी शामिल है। DOGE विभाग के प्रमुख एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहा कि अब समय आ गया है जब ये पता लगाया जाए कि यूक्रेन को जो अमेरिका ने सैकड़ों अरब डॉलर भेजे हैं उसका यूक्रेन ने क्या किया है।

ज़ेलेंस्की को मांगनी होगी माफी?

ट्रंप और ज़ेलेंस्की की बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने ज़ेलेंस्की पर हमला बोलते हुए कहा कि यूक्रेनी राष्ट्रपति ने इस मीटिंग में अनादर दिखाया है। जिससे यूक्रेन के युद्ध में सबसे महत्वपूर्ण सहयोगी अमेरिका के साथ संबंध खराब हो गए हैं। एक अधिकारी ने ये भी कहा कि यूक्रेनी राष्ट्रपति को अमेरिका से चले जाने के लिए कह दिया गया है। इधर अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा है कि मीटिंग में जो कुछ भी हुआ उसके लिए वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की को माफी मांगनी चाहिए।

खनिजों की डील अधर में लटकी

डोनाल्ड ट्रंप और ज़ेलेंस्की जिस आर्थिक समझौते पर सहमति देने वाले थे, वो भी रद्द हो सकती है। दरअसल इस बैठक के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की को व्हाइट हाउस के बाहर कर दिया और दोपहर के लंच के बाद होने वाली प्रेस कांफ्रेंस को भी रद्द कर दिया। इस प्रेस कांफ्रेंस में ही दोनों देशों के राष्ट्रपति इस समझौते पर साइन करने वाले थे। इसके जरिए अमेरिका को यूक्रेन के दुर्लभ खनिजों के भंडार तक पहुंच मिल जाती। ये समझौता यूक्रेन के प्राकृतिक संसाधनों को संयुक्त रूप से विकसित करने के लिए था। इसके बारे में यूक्रेन और उसके यूरोपीय सहयोगियों को ये उम्मीद थी कि इससे अमेरिका के साथ बेहत संबंधों की शुरुआत हो सकती है, लेकिन अब ये समझौता अधर में लटक गया है।
     

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