
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता द्वारा विधानसभा में पेश की गई CAG रिपोर्ट के बाद से दिल्ली की सियासत में बवाल मचा हुआ है। अब तक केजरीवाल सरकार की शराब पॉलिसी और स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी CAG रिपोर्ट सामने आ चुकी हैं। हालांकि अब कहा जा रहा है कि शिक्षा विभाग समेत अन्य विभाग की CAG रिपोर्ट आई तो केजरीवाल और सिसोदिया ही नहीं, आतिशी और गोपाल राय समेत कई AAP नेता बुरी तरह फंस सकते हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि इन सबके जेल जाने का भी नंबर आ सकता है।
दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल के कार्यकाल को लेकर अब तक 2 CAG रिपोर्ट पेश की जा चुकी हैं। शराब पॉलिसी को लेकर सामने आई CAG रिपोर्ट में सरकार को 2002 करोड़ रुपए के नुकसान का खुलासा हुआ था। वहीं, स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी CAG रिपोर्ट में कोरोना काल के दौरान जरूरत होने के बाद भी केजरीवाल सरकार द्वारा पैसे न खर्च करने तथा घटिया दवाएं सप्लाई करने जैसे बड़े खुलासे हुए थे। एक समाचर समूह ने BJP के एक विधायक के हवाले से अन्य CAG रिपोर्ट को लेकर कई बड़े दावे किए हैं।
रिपोर्ट में BJP विधायक के हवाले कहा गया है, “दिल्ली के शिक्षा विभाग में घोटाला हुआ है। यह घोटाला शराब घोटाले के ही बराबर का है। सही आंकड़ा तो नहीं पता, लेकिन जब CAG की रिपोर्ट पेश होगी, तो बड़ी हेराफेरी सामने आएगी। मनीष सिसोदिया शराब घोटाले में जेल गए थे, अब शिक्षा विभाग के घोटाले में जाएंगे।”
भाजपा विधायक से हुई बातचीत को लेकर रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि AAP सरकार के काम पर CAG की 2-3 ऐसी रिपोर्ट हैं जो सामने आईं तो शराब घोटाले जैसे घोटाले ही सामने आएंगे। इसमें आतिशी और पूर्व मंत्री गोपाल राय फंस सकते हैं। बता दें कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा है कि वह AAP सरकार को लेकर 14 CAG रिपोर्ट पेश करेंगी।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह भी कहा जा रहा है कि विधानसभा के जारी सत्र में सरकार ने सिर्फ एक ही CAG रिपोर्ट पेश करने का मन बनाया था। हालांकि बाद में स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट भी पेश कर दी गई। हालांकि इससे AAP नेताओं को राहत की सांस मिलने वाली नहीं है। 12 CAG रिपोर्ट अभी और जारी होंगी। इनमें से 2-3 रिपोर्ट में AAP सरकार पर गंभीर आरोप हैं। कई पूर्व मंत्री पहले से जांच के दायरे में हैं। वे नए मामलों में भी फंस सकते हैं। पार्टी के कुछ और पूर्व मंत्रियों पर गंभीर आरोप लग सकते हैं।’
सूत्रों का कहना है कि AAP सरकार में अब तक जितने भी बड़े घोटाले हुए हैं उनमें शिक्षा विभाग का घोटाला भी शराब घोटाले की तरह ही बड़ा होगा। इसमें टीचर्स की भर्ती से लेकर स्कूलों को बनाने व अन्य चीजों से जुड़ी रिपोर्ट सामने आएगी। हालांकि सूत्रों का कहना है कि शिक्षा विभाग समेत अन्य विभागों से जुड़ी CAG रिपोर्ट अभी नहीं आएगी। सरकार 5 साल चलनी है, इसलिए केजरीवाल एंड टीम को धीरे-धीरे झटके दिए जाएंगे।
हालांकि सूत्र ने यह भी कहा है कि AAP के घोटालों से जुड़ी कुछ रिपोर्ट्स पंजाब चुनाव के समय भी कुछ रिपोर्ट्स पेश की जा जाएंगी। जेल जाने से पहले दिल्ली के पूर्व डिप्टी CM मनीष सिसोदिया ही एजुकेशन मिनिस्टर थे। 14 फरवरी 2015 से 28 फरवरी 2023 तक दो कार्यकाल में सिसोदिया ने शिक्षा विभाग संभाला था। अब शराब घोटाले में फंसे सिसोदिया पर दूसरी मुसीबत शिक्षा घोटाले से भी आ सकती है। आतिशी ने शिक्षा विभाग मनीष सिसोदिया के जेल जाने के बाद संभाला था। उन्हें काम करने के लिए 2 साल से भी कम वक्त मिला। उन पर भी आरोप तो लगेंगे ही, लेकिन मुख्य आरोपी सिसोदिया ही रहेंगे।