International Women’s Day : महिला दिवस पर दें ये 5 मिनट की स्पीच, तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठेगा हॉल

International Women’s Day Speech In Hindi:महिलाओं की शक्ति के प्रतीक के रूप में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस हर साल 8 मार्च को पूरे विश्व में महिलाओं के अधिकार, समानता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के साथ किसी भी क्षेत्र में महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव को रोकने के उद्देश्य से मनाया जाता है. इस साल यह दिवस 8 मार्च 2025 दिन शनिवार को मनाया जाएगा. इस दिन महिलाओं के योगदान को सम्मान देने के लिए कई सारी कंपनियां, सरकारी संस्थानों और सामाजिक संगठनों द्वारा कई कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते है. वहीं स्कूल और कॉलेजों में इस दिन महिलाओं के अधिकारों की तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित करने और उन्हें जागरूक करने के मकसद से रैलियां, भाषण और सेमिनार जैसे कई कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है. ऐसे में अगर आपको इस साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर स्पीच देना हैं, तो आप यहां दिए गए महिला सशक्तिकरण के भाषण से आइडिया लेकर खुद का स्पीच तैयार कर महिला दिवस के दिन भाषण दे सकते हैं.

महिला सशक्तिकरण के महत्व पर स्पीच

आदरणीय प्रधानाचार्य, शिक्षकगण, सहपाठी और मेरे प्रिय मित्रों आप सभी को सुप्रभात…

आज हम सब यहां अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं. यह दिन हमारे देश के साथ ही पूरे विश्व के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. इसलिए आज मैं महिला सशक्तिकरण के महत्व के बारे में आप सब के सामने भाषण देना चाहता हूं. क्योंकि यह सिर्फ महिलाओं के कल्याण के लिए ही नहीं, बल्कि संपूर्ण समाज के विकास और उन्नति के लिए आवश्यक है. क्योंकि जब महिलाएं सशक्त होती हैं, तो वे अपने परिवार, समुदाय और राष्ट्र को सशक्त बनाने में मदद करती हैं. महिला सशक्तिकरण के लिए शिक्षा की बहुत जरूरी होती है. क्योंकि जैसे शिक्षा किसी भी व्यक्ति के विकास की कुंजी होती है. वैसे ही महिलाएं जब शिक्षित होंगी, तो वे आत्मनिर्भर बनेंगी और अपने अधिकारों की रक्षा करने में सक्षम होने के साथ ही वे सामाजिक बुराइयों जैसे दहेज प्रथा, बाल विवाह और घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठा सकती हैं.

महिला सशक्तिकरण में शिक्षा के बाद आर्थिक स्वतंत्रता भी जरुर होता है. क्योंकि आर्थिक रूप से स्वतंत्र महिलाएं अपने जीवन के निर्णय स्वयं ले सकती हैं. वे किसी पर निर्भर नहीं होतीं और आत्मनिर्भरता के साथ समाज में अपनी पहचान बना सकती हैं. इसलिए महिलाओं के लिए स्वरोजगार, उद्यमिता और नौकरी के अवसर बढ़ाकर उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने में हमें मदद करना चाहिए..

रोजगार और नौकरी के साथ ही महिलाओं को राजनीति में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करना भी आवश्यक है जिससे वे समाज की बेहतरी के लिए नीतियां बना सकें और प्रशासन में नेतृत्व कर सकें. बता दें, महिला सशक्तिकरण केवल महिलाओं के लिए ही नहीं, बल्कि समाज और देश के संपूर्ण विकास के लिए आवश्यक है. यदि महिलाएं सशक्त होंगी, तो वे अपने परिवार और समाज को भी सशक्त बनाएंगी. क्योंकि महिलाओं को शिक्षित करने से समाज में लिंग आधारित भेदभाव कम होगा. कार्यक्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी से देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है. दहेज प्रथा, बाल विवाह और घरेलू हिंसा जैसी सामाजिक बुराइयां समाज में कम होंगी.

ऐसे में हम सबको महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लड़कियों की शिक्षा पर ध्यान देने के साथ ही महिलाओं के लिए स्वरोजगार, स्टार्टअप और उद्यमिता को प्रोत्साहित करना चाहिए. महिलाओं की सुरक्षा के लिए कठोर कानून बनाने के साथ ही महिलाओं को तकनीकी और डिजिटल शिक्षा देकर उन्हें आधुनिक युग के अनुरूप तैयार करना चाहिए. क्योंकि महिला सशक्तिकरण केवल एक सामाजिक मुद्दा नहीं है, बल्कि यह एक आवश्यक प्रक्रिया है जो समाज और देश की प्रगति के लिए अनिवार्य है. क्योंकि जब महिलाएं सशक्त होंगी, तो समाज भी प्रगति करेगा. इसलिए हमें आसपास मौजूद सभी महिलाओं के लिए यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रत्येक महिला को समान अवसर मिले और वह अपने जीवन में स्वतंत्र रूप से निर्णय ले सके. तभी हम एक सशक्त, समान और उन्नत देश का निर्माण कर पाएंगे.

यहां मुहैया कराई गई सूचना अलग-अलग माध्यमों पर आधारित है. हम यहां किसी भी जानकारी की सटीकता की गारंटी नहीं लेते. हमारा एकमात्र उद्देश्य आप तक सूचना पहुंचाना है. भास्कर इसकी पुष्टि नहीं करता है

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

महाकुम्भ में बना एक और महारिकॉर्ड योगी सरकार ने महाकुंभ के दौरान सबसे बड़े सफाई अभियान का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। CM Yogi : ‘हैरिंग्टनगंज’ नहीं ‘विष्णु नगर’ नाम बोले इस प्यार को क्या नाम दूं… फारुक अब्दुल्ला ने किए माता वैष्णो देवी के दर्शन