
-बड़े पैमाने पर मिसाइलें-बॉम्बर कर रहा तैयार, अमेरिका-भारत को है खतरा
वॉशिंगटन । चीन अब तेज गति से परमाणु बम बना रहा है। अमेरिका में जारी एक ताजा रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन के कुल परमाणु बमों की संख्या 600 पहुंच गई है। यही नहीं चीन इन बमों को दोगुना करने के लिए बड़े पैमाने पर मिसाइलें और परमाणु बॉम्बर बना रहा है। दुनिया में कुल 9 परमाणु हथियार वाले देश हैं जिसमें से एनपीटी पर हस्ताक्षर करने वाला केवल चीन ही है जो इतनी तेजी से परमाणु हथियार बना रहा है। अमेरिकी वैज्ञानिकों का दावा है कि पिछले पांच साल में चीन ने बहुत ज्यादा बड़े पैमाने पर परमाणु हथियारों का जखीरे तैयार कर लिया है। चीन ने कई तरह के और ज्यादा संख्या में परमाणु बम तैनात किए हैं जो पहले कभी नहीं किए। विश्लेषकों का कहना है कि चीन के निशाने पर सबसे पहले अमेरिका और भारत हैं। चीन ने दुनिया में सबसे बड़ी सेना बनाकर भारत, फिलपींस और जापान को धमकाना शुरू कर दिया है।
यही नहीं चीन ताइवान के पास लाइव फायर ड्रिल करके उसे डरा रहा है। अब चीन की कोशिश है कि सीधे अमेरिका से भिड़े और इस वजह से चीन परमाणु ताकत बढ़ाने पर युद्धस्तर पर काम कर रहा है। चीन के परमाणु बमों की संख्या 600 तक पहुंच गई है। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने कहा कि चीन अपने 3 मिसाइल साइलो का निर्माण कर रहा है। इसमें अंतरमहाद्वीपीय परमाणु मिसाइलों को रखा जाएगा। इसके अलावा एक नया साइलो बना रहा है जहां डीएफ-5 आईसीबीएम को रखा जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन नए तरह के आईसीबीएम बना रहा है। इसके अलावा उसका इरादा ज्यादा परमाणु बम बनाने का है ताकि उन्हें इन मिसाइलों के अंदर लगाया जा सके। चीन ने समुद्र के अंदर से परमाणु मिसाइल दागने की ताकत को भी बढ़ाया है। चीन ने टाइप 094 मिसाइल सबमरीन के अंदर जेएल-3 सबमरीन लॉन्च बलिस्टिक मिसाइल लगाई है।
यही नहीं चीन ने हाल ही में अपने परमाणु बॉम्बर की ताकत में भी इजाफा किया है। इसमें हवा के रास्ते परमाणु मिसाइल दागने वाली मिसाइल लगाई है। पेंटागन का अनुमान है कि चीन के परमाणु बमों की संख्या साल 2030 तक 1000 तक पहुंच जाएगी। इनमें से कई ऐसे परमाणु बम होंगे जो कहीं भी हमला करने के लिए पूरी तरह से तैयार होंगे। यही नहीं यह भी अनुमान है कि साल 2035 तक चीन के परमाणु बमों की संख्या 1500 तक पहुंच जाएगी। चीन के पास ऐसी मिसाइलें हैं कि वह पूरे भारत में कहीं भी परमाणु हमला कर सकता है। इसके अलावा चीन के पास कई अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलें हैं। इससे अमेरिका को भी बड़ा खतरा हो सकता है।