
बेंगलुरु। कर्नाटक सरकार ने सोना तस्करी मामले में बड़ा एक्शन लिया है। मामले में गिरफ्तार हुई एक्ट्रेस रान्या राव के पिता डीजीपी रामचंद्र राव जांच के घेरे में आ गए हैं। सरकार ने जांच के बाद उन्हें अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया है। शनिवार शाम को इसका आदेश जारी किया गया। उधर एक्ट्रेस ने राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) के अधिकारियों पर मारपीट करने और भूखा रखने का आरोप लगाया। रान्या ने डीआरआई के अतिरिक्त महानिदेशक को पत्र लिखकर खुद को बेकसूर बताते हुए कहा कि उन्हें झूठे केस में फंसाया जा रहा है।
रान्या ने पत्र में लिखा, ‘DRI अफसर मुझ पर खाली पेजों पर दस्तखत करने का दबाव बना रहे थे। मना करने पर मुझे 10-15 बार थप्पड़ भी मारे गए। मुझ पर बहुत दबाव बनाया गया, इसके बाद 50-60 टाइप किए गए पेज और 40 खाली पेजों पर साइन कराया गया।’
इसके साथ ही एक्ट्रेस ने उसे मामले में फंसाने का दावा करते हुए कहा कि उसके पास से कोई सोना नहीं मिला है। रान्या ने दावा किया है कि दिल्ली के कुछ लोगों ने मुझसे कहा कि वे अधिकारी हैं। उन लोगों ने इस मामले के दोषियों को बचाने के लिए मुझे फंसाया है। इससे पहले 10 मार्च को कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान रान्या रो पड़ी थीं। उसने आरोप लगाया था कि पूछताछ के दौरान जब वे सवालों के जबाव नहीं देतीं, तब डीआरआई के अधिकारी उनसे गालीगलौच करते हैं।
याचिका हुई खारिज
14 मार्च को आर्थिक अपराधों की स्पेशल कोर्ट ने रान्या को जमानत देने से इनकार कर दिया था। कोर्ट का कहना था कि एक्ट्रेस पर लगे आरोप गंभीर हैं। उन्हें अभी न्यायिक हिरासत में ही रहना चाहिए। बता दें कि रान्या राव को तीन मार्च को बेंगलुरु के केंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दुबई से लौटते समय 14 किलो सोने के साथ डीआरआई ने गिरफ्तार किया था। वह अभी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में हैं।