
कानपुर। जिले के कल्याणपुर में एक पार्किंग विवाद के चलते एक दिव्यांग किराएदार ने अधिवक्ता की बैसाखी से वार करके हत्या कर दी। यह घटना सोमवार देर रात की है, जब आरोपित ने अधिवक्ता को गंभीर रूप से घायल कर दिया। स्वजनों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन मंगलवार सुबह उनकी मौत हो गई।
घटनाक्रम के अनुसार, रात में पुलिस ने आरोपित को पकड़कर थाने लाया था, लेकिन उसे बिना कार्रवाई के छोड़ दिया गया। अधिवक्ता की मौत की खबर मिलते ही हत्यारोपित अपने परिवार के साथ भाग निकला। जब कुछ लोगों ने उसे पकड़ने की कोशिश की, तो उसने अपनी कार से उन पर चढ़ाने का प्रयास किया, जिससे दो लोग बाल-बाल बच गए।
पुलिस ने हत्यारोपित दंपती और उनके साथियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस का कहना है कि पति-पत्नी और उनके साले को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी आरोपितों की तलाश जारी है।
मृतक, 38 वर्षीय अधिवक्ता राजेश सिंह उर्फ छोटे, प्रॉपर्टी डीलिंग का भी काम करते थे। उनके परिवार में पत्नी क्षमा सिंह और दो बेटियां, स्नेहा और निशि हैं। राजेश के पिता गंगा सिंह एक परचून की दुकान चलाते हैं, और उनके दो भाई रंजीत और राजेंद्र हैं।
पिता गंगा सिंह ने बताया कि राजेश अपनी पत्नी और बेटियों के साथ इंद्रा नगर से लौट रहे थे, तभी पड़ोसी, दिव्यांग धीरज तिवारी, ने अपने घर के बाहर कारों को इस तरह से खड़ा कर दिया कि निकलने की जगह नहीं बची। कई बार हॉर्न बजाने के बाद जब कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो राजेश ने धीरज का गेट खटखटाया, जिसके जवाब में धीरज नशे की हालत में गाली-गलौज करने लगा।
इसके बाद राजेश अपनी पत्नी और बेटियों के साथ कार में बैठ गए और दोबारा हॉर्न बजाया। इस पर धीरज और उनकी पत्नी ज्योति बाहर आए और विवाद बढ़ गया। इस बीच, धीरज की पत्नी ने अपने स्वजनों को बुला लिया, जो मौके पर आकर राजेश से भिड़ गए। जब राजेश ने गाली-गलौज का विरोध किया, तो उसकी पत्नी क्षमा ने बीच-बचाव किया। इसी दौरान, धीरज ने अपनी बैसाखी से राजेश के सिर पर तीन बार प्रहार किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़े।
इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है और स्थानीय लोग इस पर सवाल उठा रहे हैं कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई क्यों नहीं की। पुलिस अब मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच कर रही है और सभी आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए प्रयासरत है।