
संदीप से इब्राहिम बनकर बेच रहा था सब्जी पुलिस ने पकड़ा,
-50 हजार का घोषित था ईनाम, आठ साल से फरार था
-ठिकाना बदल कर मुस्लिम महिला से था किया निकाह
कानपुर देहात। आठ साल से फरार चल रहे 50 हजार के ईनामी गैंगस्टर के आरोपी संदीप को एसटीएफ और गजनेर पुलिस की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। संदीप ने पुलिस को चकमा देने के लिए अपना नाम इब्राहिम उर्फ इमरान रख लिया था। मुस्लिम महिला से निकाह करने के बाद वह रायबरेली छोडक़र फतेहपुर जिले में पहचान छिपा कर रहने लगा लेकिन पुलिस के हाथ उसके गिहरबान तक पहुंच गए।
मूल रूप से खजूर गांव लालगंज जिला रायबरेली के रहने वाले संदीप पासी को गजनेर पुलिस ने वर्ष 2017 में शराब तस्करी करते पकड़ा था। उसके अन्य चार साथी भी पकड़े गए थे। सभी जेल गए थे। पुलिस गैंगस्टर की कार्रवाई कर रही थी तभी संदीप की जमानत हो गई। जमानत में बाहर आने पर उसे पता चला कि उस पर गैंगस्टर की कार्रवाई हो रही है तो वह अपने मूल पते को छोडक़र फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश में लगी रही। उस पर 25 हजार का ईनाम घोषित किया गया। पुलिस उसे नहीं ढूंढ पा रही थी तो एसटीएफ को भी लगाया गया। साथ ही ईनाम बढ़ा कर 50 हजार कर दिया गया।
—-
इब्राहिम बनकर शहीदुंनिशा से निकाह किया
पुलिस की छानबीन में ये सामने आया कि संदीप पासी ने पुलिस से बचने के लिए अपना नाम इब्राहिम उर्फ इमरान रख लिया था। साथ ही फतेहपुर जिले के दरवेशाबाद बिंदकी में पहचान छिपा कर रहने लगा। वहां उसने शहीदुंनिशा से शादी कर ली। साथ ही सब्जी का ठेला लगाकर अपना खर्च चलाने लगा। पुलिस ने एसटीएफ के साथ मिलकर उसे शनिवार को जिठरौली के पास से गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस का कहना है कि वह अपने पुराने साथियों से मिलने आया था।
—-
बयान-
संदीप पासी शराब तस्करी के आरोप में जेल गया था। गैंगस्टर की कार्रवाई के बाद फरार चल रहा था। उस पर 50 हजार का ईनाम घोषित था। वह पहचान छिपा कर फतेहपुर जिले में रहने लगा। उसे थाना क्षेत्र के जिठरौली के पास से गिरफ्तार किया गया है। वह अपने साथियों से मिलने आया था।-प्रवीन कुमार यादव, प्रभारी निरीक्षक गजनेर