
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. पहलगाम आतंकी हमले से आहत होकर नेहा खान नाम की मुस्लिम युवती ने हिंदू धर्म अपना लिया. विधिवत रीति-रिवाजों के साथ धर्म परिवर्तन के दौरान हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी भी मौजूद रहे. धर्म परिवर्तन के बाद नेहा ने अपना नाम बदलकर नेहा शर्मा रख लिया.
नेहा शर्मा ने कहा कि पहलगाम हमले की क्रूरता ने उसे अंदर तक झकझोर दिया. उसने बताया कि जब उसने देखा कि आतंकियों ने हिन्दू पहचान पूछकर लोगों की हत्या की, तो उसे लगा कि इस्लाम धर्म आतंकवाद का दूसरा नाम बन गया है. इस सदमे ने उसे इस हद तक प्रभावित किया कि उसे हर मुसलमान आतंकवादी जैसा दिखने लगा। इसी मानसिक पीड़ा के चलते उसने सनातन धर्म को अपनाने का निर्णय लिया.
‘मैंने पहलगाम हमला देखा। उससे लगा कि ये सारे मुसलमान आतंकवादी होते हैं। उससे मैंने ये सोचा है कि मैं अपने घर वापसी करुं। हमारे पूर्वज भी सनातन ही रहे हैं। मुसलमानों ने यहां पर बहुत आतंक फैलाया है’
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) April 29, 2025
ऐसा कहते हुए एक मुस्लिम युवती नेहा खान ने गाजियाबाद, यूपी में आज सनातन धर्म ग्रहण… pic.twitter.com/lBue2DLuDo
धार्मिक अनुष्ठान के दौरान नेहा ने पिंकी चौधरी की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा और उनसे सुरक्षा का संकल्प भी लिया. नेहा ने कहा कि अब वह खुद को गर्व से सनातन धर्म की बेटी कहेगी और मुस्लिम समुदाय के अन्य लोगों को भी इसी राह पर चलने की सलाह देगी.
सोशल मीडिया पर विवाद
नेहा के धर्म परिवर्तन के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है. कई यूजर्स इस बात पर सवाल उठा रहे हैं कि धर्म बदलने के बाद नेहा को ‘शर्मा’ जैसा ब्राह्मण सरनेम क्यों दिया गया? प्रतीक पटेल नामक एक यूजर ने लिखा, ‘दलित सीधे सवर्ण नहीं बन सकता, लेकिन एक मुस्लिम लड़की को सीधे सवर्ण बना दिया गया. नेहा शर्मा क्यों? नेहा यादव, नेहा जाटव, नेहा वाल्मीकि या नेहा कुमारी क्यों नहीं?’
वहीं एक अन्य यूजर ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक स्तर पर धर्मांतरण के मामलों में दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है. उसने लिखा, ‘गाजियाबाद में मुस्लिम लड़की नेहा खान को हिंदू बनाकर नेहा शर्मा नाम दिया गया. प्रशासन चुप क्यों है? अगर कोई हिंदू लड़की इस्लाम अपनाए, तो तुरंत कार्रवाई होती है और संगीन धाराएं लगाई जाती हैं.’