
नई दिल्ली। एक चौंकाने वाली रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान की सेना इन दिनों गंभीर गोला-बारूद संकट से जूझ रही है। दावा किया गया है कि सेना के पास सिर्फ 96 घंटे (4 दिन) तक युद्ध लड़ने के लिए जरूरी गोला-बारूद बचा है। इसका मतलब है कि अगर कोई भी उच्च तीव्रता वाला युद्ध शुरू हो जाए, तो पाकिस्तान की सेना ज्यादा देर तक टिक नहीं पाएगी और जल्द ही घुटनों पर आ सकती है।
यह खुलासा ऐसे समय में हुआ है जब पाकिस्तान पहले से ही आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता का सामना कर रहा है। समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की सेना वर्तमान में एक गंभीर गोला-बारूद संकट से जूझ रही है।
इस संकट की एक बड़ी वजह पाकिस्तान द्वारा हाल ही में यूक्रेन को भेजा गया हथियारों का जखीरा बताया जा रहा है। खास तौर पर 155mm आर्टिलरी शेल्स की भारी मात्रा में आपूर्ति से पाकिस्तान के पास अपने भंडार खत्म हो गए हैं। ये गोले पाकिस्तान की आर्टिलरी-आधारित युद्ध नीति के लिए बेहद जरूरी माने जाते हैं, जो अब सीधे तौर पर प्रभावित हो रही है।
यह ध्यान देने योग्य है कि पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पहले ही पाकिस्तान की सीमित युद्ध क्षमता को लेकर चेतावनी दे चुके थे। यह नया खुलासा उनकी चिंता को और पुष्ट करता है।
गोला-बारूद की यह कमी पाकिस्तान की रक्षा तैयारियों के लिए एक गंभीर झटका है और भविष्य में किसी भी संभावित संघर्ष की स्थिति में उसकी क्षमता पर सवाल उठाती है। इस स्थिति का क्षेत्रीय सुरक्षा पर भी प्रभाव पड़ने की आशंका है।