तथाकथित डॉ. अनुष्का तिवारी एक और कत्ल की दोषी…हेयर ट्रांसप्लांट कराने वाली कातिल डाक्टर पर मेहरबानी क्यों ?

  • पनकी पॉवर हाउस के सहायक इंजीनियर की मौत के मामले में पुलिस की चुप्पी
  • रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद गिरफ्तारी की कोशिश नहीं, पूछताछ करने से परहेज
  • फर्रुखाबाद के मयंक कटियार की मौत भी हेयर ट्रांसप्लांट के अगले दिन हुई थी

कानपुर। तथाकथित डॉ. अनुष्का तिवारी की एक और करतूत सामने आई है। सिर्फ पनकी पॉवर हाउस के सहायक इंजीनियर विनीत दुबे नहीं, बल्कि कई लोगों की जिंदगी के साथ हेयर ट्रांसप्लांट के नाम पर मौत का खेल हुआ है। इंजीनियर विनीत की पत्नी ने जंग छेड़ी तो अनुष्का की हरकत के शिकार अन्य परिवार भी सामने आने लगे हैं। ताजा मामला फर्रुखाबाद के फतेहगढ़ के नौजवान मयंक कटियार की मौत से जुड़ा है। मयंक का अनुष्का के क्लीनिक में हेयर ट्रांसप्लांट हुआ और अगले दिन चेहरे पर सूजन आने के बाद उसकी मौत हो गई। परिजनों ने रावतपुर पुलिस से संपर्क किया है, लेकिन अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। कतिपय कारणों से डॉ. अनुष्का के ऊपर खाकी वर्दी मेहरबान है। अभी तक उसके साथ पूछताछ की जहमत भी नहीं उठायी गई है। साथ ही डिग्री के सवाल पर जवाब तलाशने की फुर्सत पुलिस के पास नहीं है।

अनुष्का का दूसरा शिकार भी इंजीनियर बना
मूल रूप से फहेतगढ़ के नगलादीना भोलेपुर के बलदेव भवन का निवासी मयंक कटियार कानपुर के प्राणवीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (पीएसआईटी) से इंजीनियरिंग करने के बाद नौकरी कर रहा था। मयंक की मां प्रमोदनी ने बताया कि, मयंक ने केशवपुर स्थित इंपायर क्लिनिक में डॉक्टर अनुष्का तिवारी से 18 नवंबर को हेयर ट्रांसप्लांट कराया था। आरोप है कि लापरवाही और गैर-पेशेवर तरीके से ट्रांसप्लांट के कारण मयंक के चेहरे पर सूजन आई और अगले दिन ही मौत हो गई। घटना के छह महीने गुजर गए हैं, लेकिन पुलिस ने प्रमोदनी की गुहार को सुना नहीं। दो दिन पहले कानपुर के रिश्तेदारों के जरिए प्रमोदनी को पनकी पॉवर हाउस के सहायक अभियंता की हेयर ट्रांसप्लांट से मौत और उनकी पत्नी जया त्रिपाठी की डॉक्टर के खिलाफ जंग के बारे में सुना तो मंगलवार को पूछते-पूछते जया से मिलने पहुंच गईं। प्रमोदनी ने बताया कि, मयंक के पिता की मौत हो चुकी है, ऐसे में वह ही घर का सहारा था। नौकरी के साथ-साथ वह कानपुर में व्यवसाय जमाने के सपने देख रहा था, लेकिन झोलाछाप डॉ. अनुष्का ने उसकी जिंदगी पर ग्रहण लगा दिया। आरोप है कि, मयंक की मौत के बाद अनुष्का को घटना बताते हुए न्याय मांगा तो उसने फोन नंबर ब्लॉक कर दिया।

तड़पते-तड़पते मां की गोद में मौत हो गई
मयंक के भाई कुशाग्र ने बताया कि, 18 नवंबर की सुबह 8 बजे हेयर ट्रांसप्लांट के लिए मयंक डॉक्टर अनुष्का के क्लीनिक गया था। दोपहर 2 बजे ट्रांसप्लांट हुआ और शाम को घर आ गया। रात करीब 12 बजे मयंक को तेज दर्द हुआ। डॉक्टर से बात करने पर उन्होंने इंजेक्शन लगवाने को कहा। इंजेक्शन के बाद भी आराम नहीं मिला तो पट्टी ढीली करने की सलाह मिली। बावजूद दर्द कम नहीं हुआ तो दूसरा इंजेक्शन लगवाया गया। रात भर दर्द से तड़पता रहा और चेहरा सूजकर काला पड़ने लगा। सुबह फिर से डॉक्टर से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा- चिंता मत कीजिए, कुछ नहीं होगा। बहरहाल, हालत बिगड़ती देखकर परिजन तत्काल मयंक को फर्रुखाबाद के एक हृदय रोग विशेषज्ञ के पास लेकर गए, लेकिन उन्होंने जांच के बाद बताया कि, हृदय से जुड़ी कोई समस्या नहीं है। 19 नवंबर को परिजन कानपुर लेकर आने की तैयारी में थे, इसी दरमियान मयंक ने मां की गोद में दम तोड़ दिया। कुशाग्र ने आरोप लगाया कि डॉक्टर अनुष्का ने मयंक की स्थिति को गंभीरता से नहीं लिया। इलाज के दौरान बार-बार वीडियो कॉल पर कंसल्टेशन होता रहा, लेकिन मौत के बाद डॉक्टर ने उन्हें कॉल और व्हाट्सएप पर ब्लॉक कर दिया और क्लिनिक में ताला लगाकर गायब हो गईं।

अनुष्का तिवारी पर खाकी वर्दी की मेहरबानी
इंजीनियर विनीत की मौत के मामले में जैसे-तैसे रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस अनुष्का तिवारी पर कार्रवाई के बजाय चुप्पी साधकर बैठ गई है। विनीत की पत्नी को रिपोर्ट दर्ज कराए तीन दिन गुजर गए हैं, लेकिन पुलिस को पूछताछ के लिए अनुष्का नहीं मिल रही हैं। दूसरी ओर, दैनिक भास्कर को डॉ. अनुष्का और उनके पति इंपायर क्लीनिक में बैठे मिले थे, लेकिन उन्होंने कुछ भी बात करने से इंकार कर दिया था। जया त्रिपाठी के पास तमाम सबूत हैं, डिग्री को लेकर सवाल खड़े हैं। दूसरी ओर, मयंक के परिजनों का कहना है कि उनके पास भी डॉक्टर के पर्चे से लेकर सभी सबूत मौजूद हैं। बावजूद, पुलिस ने अनुष्का से सवाल-जवाब करने से परहेज किया है। इस मामले में सवाल पूछने पर डीसीपी-पश्चिम का कहना है कि, जांच जारी है, जल्द ही कार्रवाई होगी। गिरफ्तारी-पूछताछ के सवाल पर उन्होंने कहाकि, डॉ. अनुष्का के फ्लैट में ताला लगा है। डिग्री के सवाल पर बताया गया कि, अभी कोई जानकारी नहीं है।

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