

Pakistan PM Shehbaz Sharif himself admits that General Asim Munir called him at 2:30am to inform him that India had bombed Nur Khan Air Base and several other locations. Let that sink in — the Prime Minister was woken up in the middle of the night with news of strikes deep inside… pic.twitter.com/b4QbsF7xJh
— Amit Malviya (@amitmalviya) May 16, 2025
इस कार्रवाई में भारतीय सेना ने आतंकी नेटवर्क और सैन्य ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए, जिससे पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों और सेना की पोल खुल गई। शरीफ ने माना कि भारत की इस आक्रामक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों के जरिए जवाब देने की कोशिश की लेकिन उनकी प्रतिक्रिया बिखरी हुई और दबाव में थी। उन्होंने यह भी बताया कि जनरल मुनीर ने भारत के खिलाफ पलटवार के लिए अनुमति मांगी थी। अपने भाषण में शरीफ ने तमाम वैश्विक शक्तियों से मिले सहयोग का भी उल्लेख किया, लेकिन उनके शब्दों में झलकता था घबराहट और बेबसी। उन्होंने सऊदी अरब, यूएई, कतर, तुर्की, चीन, ईरान, ब्रिटेन और अन्य देशों को धन्यवाद दिया कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को कम करने में भूमिका निभाई।
शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की विशेष सराहना करते हुए कहा, “मैं राष्ट्रपति ट्रंप का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने इस संकट के समय में हस्तक्षेप किया और दक्षिण एशिया को एक बड़े युद्ध की ओर बढ़ने से रोक लिया।” भारत की एयर स्ट्राइक की यह स्पष्ट स्वीकारोक्ति पाकिस्तान की पुरानी रणनीति – इनकार और छिपाने की – पर एक करारा तमाचा है। ऑपरेशन सिंदूर ने न सिर्फ पाकिस्तान के आतंकी मंसूबों को ध्वस्त किया, बल्कि यह भी स्पष्ट कर दिया कि भारत अब हर हमले का जवाब उसी भाषा में देने को तैयार है– तेज, सटीक और निर्णायक।