ईरान का पलटवार : कतर पर दागी एक के बाद एक छह मिसाइलें, इराक पर भी किया हमला …निशाने पर अमेरिका का एयरबेस

Iran US conflict Qatar missile strike: क़तर की राजधानी दोहा में सोमवार शाम खौफनाक स्थिति बन गई, जब ईरान की तरफ़ से अमेरिकी बुनियादी ढांचे पर मिसाइल हमले के बाद कई धमाकों की आवाज़ सुनाई दी गई. ये हमले ऐसे समय पर हुए जब क़तर ने अपना वायु क्षेत्र बंद कर दिया था और यूएस और यूके दूतावासों ने प्रवासियों को सुरक्षित स्थान पर रहने की सलाह दी थी.

ईरान ने अमेरिका के अल-उदीद एयर बेस और इराक में अमेरिकी ठिकानों को निशाना बनाया. दोहा में छह मिसाइल छोड़े जाने की खबर है. हमले से पहले कतर ने अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया था. वहीं अमेरिकी और ब्रिटिश दूतावासों ने अपने नागरिकों को “shelter in place” निर्देश जारी किए. यह हमला अमेरिका और इज़राइल के द्वारा ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर किए गए हमलों के मसले के एवज में ईरान की तेज़ प्रतिक्रिया माना जा रहा है. 

ईरान-इजराइल-अमेरिका संघर्ष में अब तक क्या-क्या हुआ?

  • ईरान के अमेरिकी एयरबेस पर हमले की कतर ने कड़ी निंदा की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजेद अल-अंसारी ने कहा की ईरान ने कतर की संप्रभुता और एयरस्पेस का उल्लंघन किया है. हमें इसका जवाब देने का पूरा अधिकार है. उन्होंने बताया कि ईरान के मिसाइलों को एयर डिफेंस सिस्टम ने सफलतापूर्वक रोक दिया.
  • कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “क्षेत्र में मौजूदा तनाव को देखते हुए स्वीकृत सुरक्षा और एहतियाती कदमों के तहत संबंधित बेस को पहले ही खाली करा लिया गया था. बेस पर तैनात सभी कर्मियों, चाहे वे कतरी सशस्त्र बलों के हों, मित्र देशों के सैनिक हों या अन्य स्टाफ, की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी उपाय किए गए थे. प्रवक्ता ने यह भी पुष्टि की कि हमले में किसी प्रकार की चोट या मानवीय क्षति नहीं हुई है.”
  • ईरान ने कहा है कि अमेरिकी बेस पर हमले से कतर को कोई खतरा नहीं है. उसका मकसद अमेरिका सैन्य ठिकानों को निशाना बनाना था.
  • कतर और इराक में अमेरिका सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के बाद कतर और बहरीन में अमेरिका दूतावास अलर्ट मोड पर है. यहां काम करने वाले कर्मचारी डक एंड कवर यानी झुकने और छिपने की तैयारी में हैं.
  • ईरान ने आरोप लगाया है कि इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका को जंग में घसीटा है. उन्होंने ही ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला करने के लिए अमेरिका को उकसाया.
  • व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अमेरिकी सेना के संयुक्त चीफ्स ऑफ स्टाफ के प्रमुख जनरल डैन केन और रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ इस वक्त सिचुएशन रूम में मौजूद हैं, जहां वे ईरान की संभावित जवाबी कार्रवाई पर पैनी नजर बनाए हुए हैं. सीएनबीसी की रिपोर्ट बताती है क राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी इस समय उनके साथ उसी कमरे में मौजूद हैं.
  • बहरीन ने अमेरिकी हमलों के खिलाफ ईरान की जवाबी कार्रवाई की आशंका के चलते अपने हवाई क्षेत्र को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है.
  • न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में तीन ईरानी अधिकारियों के हवाले से दावा किया गया है कि ईरान ने कतर में मौजूद अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर अपने हमलों से पहले कतर सरकार को अग्रिम सूचना दी थी. इस कदम का मकसद संभावित हताहतों की संख्या को कम करना था. वहीं, रॉयटर्स ने भी एक सूत्र के हवाले से जानकारी दी है कि ईरान की इस चेतावनी के चलते कतर ने समय रहते अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया था. यह समन्वय इस क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच ईरान की रणनीतिक सतर्कता को दर्शाता है.
  • ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने एक बयान में कहा, “ईरान की परमाणु साइटों और सुविधाओं पर अमेरिका की आक्रामक और उद्दंड कार्रवाई के जवाब में, कुछ घंटे पहले इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान की शक्तिशाली सशस्त्र सेनाओं ने कतर स्थित अमेरिकी अल-उदीद एयरबेस पर हमला किया. हमले में उतने ही मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया, जितने बम अमेरिका ने ईरान की परमाणु सुविधाओं पर गिराए थे. यह कार्रवाई हमारे मित्रवत और भाईचारे वाले देश कतर के लिए किसी प्रकार का खतरा नहीं है.”
  • एक्सियोस के अनुसार, ट्रम्प प्रशासन को कतर में अल उदीद एयर बेस पर ईरान के हमले के बारे में पहले से पता था.
  • मिस्र एयर ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि क्षेत्रीय स्थिति स्थिर होने तक उसने खाड़ी शहरों के लिए उड़ानें निलंबित कर दी हैं.

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