
सफलता…चाट का ठेला लगाता था, सौदेबाज संतोष साहू , रेलवे स्टेशन बस अड्डे पर करता था रेकी, मदद के बहाने फंसाता था नाबालिग लड़कियों को जाल में
राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार, हरियाणा, यूपी समेत कई राज्यों में फैला नेटवर्क, पचास हजार से लाख रुपए में होती थी खरीद फरोख्त
गिरोह के बारे में और कई जानकारियां जुटा रही पुलिस
करीब 13 सालों से चला रहा था तस्करी का खेल, मूल रूप से आगरा का रहने वाला है आरोपी, तस्करी के बाद बदल देता था सिम कार्ड
दक्षिणी जोन की कृष्णानगर पुलिस को मिली बड़ी सफलता
लखनऊ। कमिश्नरेट दक्षिणी जोन की कृष्णा नगर पुलिस ने गुरुवार नाबालिग बच्चियों की खरीद फरोख्त करने वाले बड़े गिरोह का भंडाफोड़ कर दो तस्करों को दबोचने में सफलता हासिल की। गिरोह रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर रेकी कर अकेले बैठी बच्चियों को बातों में फंसाकर साथ ले जाता और उन्हें शादी और जिस्मफरोशी के लिए लाख पचास हजार में राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़, हरियाणा, यूपी समेत कई राज्यों में लोगों के हाथों बेच देता। करीब 13 सालों से तस्करी का खेल शबाब पर चल रहा था। गिरोह अब तक दर्जनों बच्चियों को शिकार बना चुका है। लेकिन कहा तक गिरोह बचा रहता पुलिस के लिए मूलरूप से जनपद रायबरेली और कृष्णा नगर इलाके में रहने वाली 16 साला किशोरी 30 तारीख को घर गायब हो गई।
जिसके डीसीपी दक्षिण निपुण अग्रवाल के निर्देशन में टीम गठित हुई एडीसीपी अमित कुमावत और एसीपी कृष्णा नगर विकास पाण्डेय की देखरेख में 6 टीमें जमीनी और तकनीकी तंत्र के बदौलत खोज पड़ताल में लगी जहां किशोरी को मानकनगर रेलवे स्टेशन से बरामद किया गया। पूछताछ हुई तो उसने बताया की दो लोग उसे चारबाग रेलवे स्टेशन से साथ ले गए थे। टीमें एक्टिव हुई और जानकारियां जुटाई गई और गुरुवार मानव तस्करी के अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ पकड़े गए लोगों की पहचान डबलू साहू उर्फ संतोष साहू पुत्र गभीरे साहू निवासी शहडोल मध्य प्रदेश, मनीष भण्डारी पुत्र हेमराज निवासी राजस्थान के रूप में हुई। पुलिस के अनुसार बरामद किशोरी कथावाचक प्रेमचंद की भक्त है, वो उनसे मिलने मथुरा जाने के लिए निकली थी। जहां तस्करों ने बातों फंसा कर अपने साथ ले गए कुछ दिन प्रयागराज में रखा फिर उसे बेच दिया। लेकिन विरोध और रोने धोने पर वापस भेज दिया। पकड़े गए आरोपियों का आपराधिक इतिहास है, गिरोह के बारे में और जानकारियां जुटाई जा रही गिरफ्तार करने वाली टीम को पच्चीस हजार रुपए का इनाम दिया गया। पकड़े गए दोनों तस्करों को जेल भेज दिया गया।