नगर आयुक्त के दावे हवा हवाई…मौत का सबब बन रहा जलभराव : ठाकुरगंज में उफनाए नाले ने ली एक और जान

, तीन बच्चों के सिर से उठा पिता का साया ।

नगर निगम की लापरवाही से फिर उजड़ा एक परिवार, पत्नी ने लगाए गंभीर आरोप ।

लखनऊ | भारी बारिश ने एक बार फिर राजधानी लखनऊ की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी। ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के मल्लाही टोला वार्ड में शुक्रवार सुबह एक 40 वर्षीय युवक सुरेश लोधी उफनते नाले में बह गया। घटना सुबह करीब 6 बजे की है, लेकिन देर शाम तक उसका कोई सुराग नहीं मिला। SDRF और पुलिस की टीमें सर्च ऑपरेशन में जुटी रहीं, परिजन पूरे दिन गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन न तो नगर निगम का कोई अधिकारी आया और न ही स्थानीय पार्षद ने फोन उठाया।

बताया जा रहा है कि सुरेश लोधी नगर निगम कार्यालय में नाले और जलभराव की शिकायत दर्ज कराने जा रहा था। उसी दौरान मंजू टंडन ढाल के पास उसका पैर फिसला और वह नाले में जा गिरा। बारिश के चलते सड़क और नाले में फर्क कर पाना मुश्किल था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के बाद निगम और प्रशासन की तरफ से कोई मदद तत्काल नहीं पहुंची।

पत्नी का आरोप – “सुबह से शाम हो गई, कोई हालचाल तक लेने नहीं आया”

सुरेश की पत्नी बेसुध है, तीन छोटे बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। उसका कहना है कि “सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक इंतजार किया, लेकिन कोई अधिकारी न आया, न पार्षद। क्या हमारी जान की कोई कीमत नहीं?”

हर साल मौतें, फिर भी नहीं जाग रहा सिस्टम

ठाकुरगंज की घटना कोई पहली नहीं है। पिछले साल भी वजीरगंज में 9 साल की बच्ची जलभराव के चलते बह गई थी। करोड़ों खर्च के बावजूद हर साल शहर के अलग-अलग इलाकों में जलभराव के कारण हादसे होते हैं, लेकिन जिम्मेदारों की नींद नहीं टूटती।

स्थानीय लोगों में उबाल, निगम पर फूटा गुस्सा

घटना के बाद इलाके में आक्रोश फैल गया। लोगों ने नगर निगम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि समय रहते नाले की सफाई और जल निकासी की व्यवस्था होती तो यह हादसा टाला जा सकता था।

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