
नई दिल्ली : भारत ने अमेरिका से हथियार और विमान खरीदने की योजना को स्थगित नहीं किया है. रक्षा मंत्रालय ने रॉयटर्स की उस खबर को खारिज कर दिया है, जिसमें अमेरिका से हथियार और विमान खरीदने की योजना को स्थगित करने का दावा किया गया था. रक्षा मंत्रालय ने भारत द्वारा अमेरिका के साथ रक्षा खरीद संबंधी वार्ता रोकने संबंधी खबर को झूठा और मनगढ़ंत बताया है. साथ ही कहा कि रक्षा खरीद के विभिन्न मामलों में मौजूदा प्रक्रियाओं के अनुसार प्रगति हो रही है. रॉयटर्स ने भारत पर अमेरिका के 50 फीसदी टैरिफ का हवाला देकर दावा किया था कि भारत ने अमेरिका से हथियार और विमान खरीदने की योजना को स्थगित कर दिया है.
रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, “भारत द्वारा अमेरिका के साथ रक्षा खरीद संबंधी वार्ता रोकने संबंधी समाचार झूठे और मनगढ़ंत हैं. यह स्पष्ट किया जाता है कि खरीद के विभिन्न मामलों में मौजूदा प्रक्रियाओं के अनुसार प्रगति हो रही है.”
भारत के पास फिलहाल ये अमेरिकी हथियार
एएच-64 अपाचे कॉम्बेट हेलीकॉप्टर सीएच-47 चिनूक ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टर सी-130 हरक्यूलिस ट्रांसपोर्ट एयरक्राफट सी-17 ग्लोबलमास्टर, हेवी ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट एमएच-60आर सीहॉक नेवल हेलीकॉप्टर पी-81 पोसाइडन पेट्रोल एंड एएसडब्ल्यू एयरक्राफ्ट एस-61 सी किंग एएसडब्ल्यू हेलीकॉप्टर एमक्यू-9बी सी/स्काईगार्डियन आर्म्ड ड्रोन एफ 404 टर्बोफैन फाइटर इंजन एजीएम-114 हेलफायर एंटी टैंक मिसाइल डब्ल्यूजीयू-59 एयर टू सर्फेस रॉकेट स्टिंगर पोर्टेबल सर्फेस टू एयर मिसाइल जीबीयू-97 गाइडेड बमजेडैम प्रीसिजन गाइडेड बम जीबीयू-39 गाइडेड ग्लाइड बम मार्क-54 एएसडब्ल्यू टॉरपीडो हारपून एंटी शिप मिसाइल आईएनएस जलाश्वफायर फाइंडर काउंटर बैटरी रडारएम-777 टॉड 155 एमएम होवित्जर तोपेंएम-982 एक्सकैलिबर गाइडेड आर्टिलरी शेल्ससिग सॉर सिग 716 असॉल्ट राइफल
रॉयटर्स ने अपनी खबर में क्या कहा था?
रॉयटर्स ने अपनी खबर में कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने के बाद भारत में असंतोष देखने को मिल रहा है. केंद्र सरकार ने नए अमेरिकी हथियार और विमान खरीदने की अपनी योजना को स्थगित कर दिया है. इस मामले से परिचित तीन भारतीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने यह जानकारी दी है.
साथ ही खबर में कहा गया था कि डोनाल्ड ट्रंप ने 6 अगस्त को भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद को लेकर नाराजगी जताई थी और भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ लगाया था. उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि भारत यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को वित्तपोषित कर रहा है. इससे भारतीय निर्यात पर कुल टैरिफ 50 प्रतिशत हो गया. यह किसी भी अमेरिकी व्यापारिक साझेदार के लिए सबसे ज्यादा है.