
Nuh Violence: हरियाणा के नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका इलाके में मंगलवार को दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई। बताया जा रहा है कि घटना की शुरुआत एक मामूली विवाद से हुई, जब स्थानीय निवासी समय सिंह ने इसरा नाम के युवक से सड़क पर खड़ी गाड़ी हटाने को कहा। बहस इतनी बढ़ गई कि गाड़ी में बैठे एक युवक ने समय सिंह के सिर पर कांच की बोतल दे मारी। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच हाथापाई और पथराव शुरू हो गया।
पत्थरबाजी और कांच की बोतलें, कई घायल
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, झड़प के दौरान छतों से कांच की बोतलें फेंकी गईं और दोनों ओर से जमकर पथराव हुआ। इस हिंसा में चार लोगों को चोटें आईं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
Violence erupted in #FirozpurJhirka, #Nuh district, as two groups clashed — stones hurled from rooftops, bottles thrown, shops & bikes set ablaze. Around 10 injured; extra police rushed from Rajasthan border, 2 companies deployed. #Haryana #BreakingNews pic.twitter.com/smCvLZj1Iy
— Sushil Manav (@sushilmanav) August 12, 2025
आगजनी में दुकानें और वाहन जलाए गए
उपद्रवियों ने मौके पर मौजूद कई वाहनों और एक दुकान में आग लगा दी। एक मोटरसाइकिल भी पूरी तरह जलकर खाक हो गई। सरपंच राम सिंह सैनी का आरोप है कि दूसरे पक्ष के लोगों ने पहले पथराव किया और फिर खुद ही आगजनी की, ताकि माहौल को सांप्रदायिक रंग दिया जा सके।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
हिंसा की सूचना मिलते ही स्थानीय थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। स्थिति बेकाबू होती देख आसपास के थानों से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। पूरे इलाके की घेराबंदी कर चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए। डीएसपी रैंक के अधिकारी भी घटनास्थल पर मौजूद रहे और हालात पर नजर रखी।
स्थिति पर नियंत्रण, अफवाहों से बचने की अपील
नूंह पुलिस ने बताया कि यह घटना महज गाड़ी खड़ी करने को लेकर हुई थी, जिसे बाद में कुछ तत्वों ने हिंसक बनाने की कोशिश की। फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और यातायात बहाल कर दिया गया है। पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है।
आरोपियों की तलाश जारी
फिरोजपुर झिरका पुलिस ने घायलों के बयान दर्ज कर लिए हैं और मामले में अभियोग दर्ज कर लिया गया है। हिंसा में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। नूंह के पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने भी मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। पुलिस का कहना है कि हिंसा और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
नूंह की हिंसा का पुराना इतिहास
नूंह जिला पहले भी सांप्रदायिक हिंसा का गवाह बन चुका है। 2023 में बृजमंडल यात्रा के दौरान यहां बड़ा दंगा भड़क गया था। उस दौरान 3 दर्जन से अधिक वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था, पुलिस पर पथराव किया गया और साइबर थाना पर हमला किया गया। इस हिंसा में 7 लोगों की मौत हुई थी और कई घायल हुए थे। उस मामले में 61 मुकदमे दर्ज हुए थे, जिनमें से कुछ में UAPA जैसी सख्त धाराएं भी लगाई गई थीं।