उत्तराखंड : बरसाती पानी में डूबा पहाड़ी इलाका, प्रशासन ने निकाले सैकड़ों बाढ़ पीड़ित

बैगुल में आयी बाढ़ से 250 से अधिक घर जलमग्न

देहरादून। सितारगंज पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश के कारण गुरुवार तड़के करीब चार बजे बैगुल और कैलाश नदियों का जलस्तर बढ़ गया। बैगुल का जलस्तर खतरे से अधिक होने ने बाढ़ आ गई। शक्तिफार्म क्षेत्र के अरविन्दनगर, झाड़ी गांव में करीब 250 घरों में पानी भर गया। आसपास के गांव भी जलमग्न हो गए। वहीं गोठा में बरसाती पानी से भरे गड्ढे में गिरने से 68 वर्षीय गामा प्रसाद की मौत हो गई। सुबह 9 बजे प्रशासनिक महकमा मौके पर पहुंचा। एसडीआरएफ व एनडीआरएफ ने बाढ़ में घरों में फंसे लोगों का रेस्क्यू शुरू किया। घरों में पानी भरने से लोग मूसलाधार बारिश में छतों में शरण लिए थे दोपहर बाद ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर लाया गया। गुरुवार दोपहर में 700 प्रभावितों को खाना वितरित किया गया। सिसौना में भी कई घरों में पानी भर गया। तहसीलदार हिमांशु जोशी के नेतृत्व में सुरक्षित निकाला गया। गुरुवार की सुबह बैगुल, सूखी और कैलाश नदी में बाढ़ आ गई। इससे नदी किनारें बसे गांव, घर और खेत जलमग्न हो गए।

वहीं, शक्तिफार्म के गांव अरविंदनगर और झाड़ी को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। जहां लोगों के घरों में पांच से सात फीट तक पानी भर गया। इस कारण गांव के करीब 250 परिवारों को घर छोड़ना पड़ा। कई परिवार अपने परिजनों के घर चले गए तो कइयों को प्रशासन के बनाए राहत शिविर आकर रहना पड़ा। ग्रामीणों ने बताया कि बैगुल नदी के डाउनस्ट्रीम में दाएं तरफ के बांध से नदी का पानी बैक फ्लो होते हुए गांव की ओर आ गया। इससे रात करीब एक बजे गांव में पानी भरना शुरू हो गया। सुबह होने तक गांव में पांच फीट तक पानी भर गया वहीं, बाराकोली रेंज के जंगल से सटे गांव में करीब सात फीट तक पानी भर गया।

वहां लोगों के घर पानी में डूब गए और लोगों को मजबूरी में अपना घर छोड़ना पड़ा। सिचाई खंड के ईई एएस नेगी ने बताया कि बैगुल नदी में खतरे का निशान 45 हजार क्यूसेक है। गुरुवार को करीब 47 हजार क्यूसेक पानी आया। नानकमत्ता के लामाखेड़ा, बिचुआ, सरोजा, टुकड़ी, बरकीडांडी में करीब 200 परिवार देवहा व खकरा का जलस्तर बढ़ने से प्रभावित हो गए। इन्होंने नजदीकी गुरुद्वारों व पंचायत घरों में शरण ली है। गुरुद्वारों की ओर से लंगर की व्यवस्था की गयी है। पूर्व विधायक डॉ. प्रेम सिंह राणा ने बताया कि उच्चधिकारियों को प्रभावितों की जानकारी दी गई है। उधर, कैलाश नदी का जलस्तर 48 हजार क्यूसेक मापा गया। कैलाश नदी के तेज बहाव से बिजटी-मझोला राजमार्ग बिजटी से आगे यूपी बार्डर में बह गया है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

थाईलैंड – कंबोडिया सीमा विवाद फिर भड़का तारा – वीर ने सोशल मीडिया पर लुटाया प्यार हिमाचल में तबाही, लापता मजदूरों की तलाश जारी न हम डरे हैं और न यहां से जाएंगे एयर इंडिया विमान हादसे पर पीएम मोदी की समीक्षा बैठक