
Trump Tariff War: ट्रंप ने कहा है कि बहुत कम लोग यह समझते हैं कि हम भारत के साथ बहुत कम व्यापार करते हैं, जबकि वे हमारे साथ बहुत ज्यादा व्यापार करते हैं। दूसरे शब्दों में, वे हमें भारी मात्रा में सामान बेचते हैं, जो उनका सबसे बड़ा “ग्राहक” है, लेकिन हम उन्हें बहुत कम बेचते हैं – अब तक यह पूरी तरह से एकतरफ़ा रिश्ता रहा है, और यह कई दशकों से चला आ रहा है।
Trump Tariff War: भारत, रूस और चीन के रिश्ते कितने मजबूत हैं, यह एक बार फिर से चीन के तियानजिन में SCO शिखर सम्मेलन के दौरान दिख गया। जी हां, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ एक साथ मुलाकात की, तब दुनिया की निगाहें इन तीनों नेताओं पर खास रही। वहीं, पीएम मोदी के साथ रूसी राष्ट्रपति पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात को देखते हुए अमेरिका की नींद उड़ गई है।
मालूम हो कि रूस से तेल की खरीदारी करने पर अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर अतिरिक्त 25 फीसदी का टैरिफ लगाकर कुल टैरिफ 50 फीसदी कर दिया है। भारत ने टैरिफ को लेकर अमेरिका और ट्रंप के सामने झुकने से मना कर दिया है। इस बीच SCO शिखर सम्मेलन के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और टैरिफ को लेकर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है।
हम भारत के साथ बहुत कम व्यापार करते हैं – ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ व्यापार और टैरिफ को लेकर अपनी बात कही है। उन्होंने सोशल मीडिया ट्रूथ सोशल पर कहा है, “बहुत कम लोग यह समझते हैं कि हम भारत के साथ बहुत कम व्यापार करते हैं, जबकि वे हमारे साथ बहुत ज्यादा व्यापार करते हैं। दूसरे शब्दों में, वे हमें भारी मात्रा में सामान बेचते हैं, जो उनका सबसे बड़ा “ग्राहक” है, लेकिन हम उन्हें बहुत कम बेचते हैं – अब तक यह पूरी तरह से एकतरफ़ा रिश्ता रहा है, और यह कई दशकों से चला आ रहा है।” ट्रंप ने आगे लिखा है, ” इसकी वजह यह है कि भारत ने अब तक हमसे इतने ऊंचे टैरिफ वसूले हैं, किसी भी देश से ज्यादा, कि हमारे व्यवसाय भारत में सामान नहीं बेच पा रहे हैं। यह पूरी तरह से एकतरफ़ा आपदा रही है! इसके अलावा, भारत अपना ज्यादातर तेल और सैन्य उत्पाद रूस से खरीदता है, अमेरिका से बहुत कम।”
ट्रंप ने दावा किया है कि उनसे टैरिफ को पूरी तरह से कम करने की पेशकश की गई है। अमेरिकी प्रेसिडेंट ने भारत को लेकर लिखा है, “अब उन्होंने अपने टैरिफ को पूरी तरह से कम करने की पेशकश की है, लेकिन अब देर हो रही है। उन्हें ऐसा सालों पहले कर देना चाहिए था। लोगों के लिए विचार करने के लिए बस कुछ सरल तथ्य!!!”
— Rapid Response 47 (@RapidResponse47) September 1, 2025
भारत और अमेरिका के बीच स्थायी मित्रता – अमेरिका
ट्रंप के इस बात से पहले भारत में अमेरिकी दूतावास ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच स्थायी मित्रता है। जी हां, भारत में अमेरिकी दूतावास ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल (US Embassy India) से ट्विट करके भारत और यहां के नागरिकों के साथ दोस्ती की बात कही। ट्विट में लिखा लिखा, “संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच साझेदारी लगातार नई ऊंचाइयों को छू रही है — जो 21वीं सदी का एक निर्णायक रिश्ता है। इस महीने, हम उन लोगों, प्रगति और संभावनाओं पर प्रकाश डाल रहे हैं जो हमें आगे बढ़ा रहे हैं। इनोवेशन और उद्यमिता से लेकर रक्षा और द्विपक्षीय संबंधों तक, यह हमारे दोनों देशों के लोगों के बीच की स्थायी मित्रता ही है जो इस यात्रा को ऊर्जा प्रदान करती है।”
वहीं, अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा है, “हमारे दोनों देशों के लोगों के बीच स्थायी मैत्री हमारे सहयोग का आधार है और यह हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है, क्योंकि हम अपने आर्थिक संबंधों की अपार संभावनाओं को साकार करते हैं।”