
मुंबई। बॉलीवुड की खूबसूरत अदाकारा पूनम झावर आज भी उतनी ही जवान और ग्लैमरस दिखती हैं जितनी फिल्म “मोहरा” के सुपरहिट गाने “ना कजरे की धार” के वक्त थीं। पूनम की खूबसूरती, ग्रेस और स्टाइल का जादू समय के साथ और निखरा है।

“ओएमजी! ओह माय गॉड” में उनका किरदार जबरदस्त चर्चा में रहा, क्योंकि दर्शकों को उसमें विवादित राधे मां की झलक मिली। यही वजह रही कि टाइम्स ने उन्हें “सेक्सी साध्वी” का टाइटल दे दिया।

पूनम झावर मोहरा, आर राजकुमार जैसी हिट फिल्मों का हिस्सा रह चुकी हैं और अब एक महिला प्रधान हिंदी फिल्म कर रही हैं, जो राजस्थान और मध्य प्रदेश की पृष्ठभूमि पर बनी है। खास बात ये है कि फिल्म अंग्रेजी में डब होकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिलीज होगी। फैंस का कहना है कि पूनम जैसी अदाकारा को फिल्म और ओटीटी पर दमदार रोल मिलने चाहिए, क्योंकि वह इसके लिए परफेक्ट हैं।

संगीत की दुनिया में भी पूनम पीछे नहीं रहीं। उनके एल्बम “पू फॉर यू”, “टेक मी होम बेबी” और “पू का जलवा” को दर्शकों ने खूब पसंद किया। बतौर प्रोड्यूसर भी उन्होंने “आंच” जैसी फिल्म दी, जिसे बॉक्स ऑफिस पर अच्छी सफलता मिली। उनकी इवेंट कंपनी “दादासाहेब फाल्के एक्सीलेंस अवार्ड्स” और “ड्रीम कैचर” मुंबई के बड़े अवॉर्ड शो और इवेंट्स की पहचान है।
सोशल मीडिया पर पूनम झावर उतनी ही एक्टिव और बेबाक हैं। उनके विचार हमेशा ट्रेंड बना देते हैं। वह मानती हैं कि सोशल मीडिया युवाओं की ताकत भी है और कमजोरी भी। पूनम का कहना है – “युवाओं को लाइक्स और फॉलोअर्स में नहीं, बल्कि असली काम और आत्मनिर्भरता में संतुष्टि ढूँढनी चाहिए।”

नेपाल में जेन जी के तख्तापलट की खबर पर भी उन्होंने बेबाक राय दी और कहा – “नई पीढ़ी अब बदलाव लाने की हिम्मत रखती है, लेकिन उसे सही दिशा देना बेहद ज़रूरी है।”
वहीं, पूनम जानवरों पर हो रहे अत्याचार और पर्यावरण से छेड़छाड़ के खिलाफ भी आवाज उठाती हैं। उनका कहना है कि उत्तराखंड, पंजाब जैसी आपदाएं इंसान को चेतावनी हैं -“प्रकृति से खिलवाड़ बंद करो, वरना यही प्रकृति इंसान को सबक सिखाएगी।”
पूनम झावर का एक और रूप समाज सेवा का है। वह जरूरतमंदों की मदद के लिए हमेशा आगे रहती हैं। उनका मानना है कि असली ग्लैमर वही है, जिसमें इंसानियत की चमक हो।
पूनम झावर जितनी आकर्षक और ग्लैमरस हैं उससे भी ज्यादा वह नेकदिल और स्पष्टवक्ता हैं।