लखनऊ : नगर निगम विभाग को शायद और बड़े हादसों का इंतजार, कई नाले खतरों के मुहाने पर…सिलसिलेवार मिल रही चुनौती के बाद भी….

नगर निगम विभाग को शायद और बड़े हादसों का इंतजार

ठाकुरगंज, कुकरैल के बाद अब हैदर कैनाल नाला आया सुर्खियों में

सिलसिलेवार मिल रही चुनौती के बाद भी नहीं चेत रहा संबंधित विभाग

तेज बहाव में बहा मासूम बच्चा…19 घंटे की मशक्कत बाद एसडीआरएफ टीम ने बरामद किया शव

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में हैदर कैनाल नाला, बेहता नाला, कुकरैल, ठाकुरगंज क्षेत्र बने नाले, गोमतीनगर, विभूतिखंड, चिनहट, पुराने पुलिस मुख्यालय के पास बने नाले के अलावा कई जगह करीब चालीस-पचास फीट गहरे नालों पर हर दिन मौत नाचती है।

किसी नालों पर ढक्कन तो कई ऐसे नाले हैं वह अर्से से खुले हुए हैं, नतीजतन हर साल किसी न किसी को नील ले रहा है। इतने हादसे होने के बाद भी नगर निगम के प्रशासनिक अधिकारियों की नींद नहीं टूट रही है। खास बात यह है कि इन्हें याद तो आती है, लेकिन बड़े हादसे के बाद।

बीती जुलाई माह में ठाकुरगंज में खुले नाले में गिरकर पेंटर सुरेश लोधी की जान चली गई थी। इसके बाद भी जारी नगर निगम की लापरवाही से शहर में कई जगह खुले नाले हादसों का सबब बन रहे हैं। वही हुसैनगंज क्षेत्र के रामलीला मैदान के पास से गुजर रहे हैदर कैनाल नाले में पैर फिसलने से गिरकर सात वर्षीय मासूम वीर बह गया था। घटना के 19 घंटे बाद गुरुवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे एसडीआरएफ टीम ने जाल लगाकर पुराने पुलिस मुख्यालय के पास से गुजर रहे नाले से उसका शव बरामद कर लिया। बच्चे की दशा देख मानों घरवालों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।

19 घंटे की मशक्कत बाद एसडीआरएफ टीम ने बरामद किया शव

हुसैनगंज क्षेत्र के रामलीला मैदान के पास से गुजर रहे हैदर कैनाल नाले में पैर फिसलने से गिरकर सात वर्षीय मासूम वीर बह गया था। घटना के 19 घंटे बाद गुरुवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे एसडीआरएफ टीम ने जाल लगाकर पुराने पुलिस मुख्यालय के पास से गुजर रहे नाले से उसका शव बरामद कर लिया। बच्चे की दशा देख मानों घरवालों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।

मूल रूप से बाराबंकी जिले के रूदौली निवासी नन्हा परिवार के साथ हुसैनगंज क्षेत्र स्थित रामलीला मैदान के पास झोपड़ी बनाकर रहते हैं। उनका सात वर्षीय मासूम बेटा वीर अपने अन्य दोस्तों के साथ खेल रहा था कि इसी दौरान हैदर कैनाल नाले में पैर फिसलने से गिर गया।

बच्चे को नाले में गिरता देख उसे बचाने के लिए कुछ लोग नाले में कूदे, लेकिन तेज बहाव के चलते वीर गहराई में समा गया। सूचना मिलते ही पुलिस, नगर निगम और एसडीआरएफ टीम बच्चे की तलाश शुरू की , लेकिन कामयाबी नहीं मिली थी। बताया जा रहा है कि गुरुवार को एसडीआरएफ टीम ने पुराने पुलिस मुख्यालय के पास से गुजर रहे नाले में जाल लगाकर तलाश शुरू की। 19 घंटे की मशक्कत के बाद एसडीआरएफ टीम ने गुरुवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे मासूम के शव को बरामद कर लिया।
मासूम बच्चे की दशा देख घरवालों में कोहराम मच गया। पुलिस मामले की छानबीन कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

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