
जनपद /मैनपुरी। मैनपुरी के कोतवाली क्षेत्र में देर शाम जिला जेल में एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिससे प्रशासन और जेल विभाग में हड़कंप मच गया। मौत की खबर फैलते ही जेल के बाहर अफरा-तफरी मच गई और मृतक के परिजन पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचकर जोरदार हंगामा करने लगे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पैनल पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। अधिकारियों का कहना है कि मौत का असली कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।
जानकारी के अनुसार कुर्रा थाना क्षेत्र का गांव निवासी 21 वर्षीय रामजीवन अपने छोटे भाई विकास के साथ लूट के एक मामले में जेल में बंद था। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने दोनों भाइयों को झूठे केस में फंसाया और गिरफ्तारी के बाद तीन दिन तक थाने में रखा, फिर जेल भेज दिया गया।

बहन में भाई को जहर देकर मारने का लगाया आरोप
पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंची मृतक की बहन रोशनी नें आरोप लगाते हुए बताया उसके भाई रामजीवन को जेल में जहर देकर मारा गया है। रोशनी का कहना है कि भाई की मौत किसी साजिश का नतीजा है और जेल प्रशासन पूरी सच्चाई छिपा रहा है।
परिजनों में आरोप और गुस्सा
मृतक के पिता गंगाधर ने आरोप लगाते हुए बताया कि वह बेटे की जमानत के लिए हाईकोर्ट गए थे, लौटते वक्त रास्ते में मौत की सूचना मिली। हमारे बेटे की हत्या की गई है। परिजनों ने कुर्रा थाने में तैनात निवर्तमान इंस्पेक्टर अरविंद पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है और सख्त कार्रवाई की मांग की है। हालांकि जेल प्रशासन ने अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सुलझेगी मौत की गुत्थी
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। जिला जेल में हुई इस मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, आखिर कैदी की मौत कैसे हुई? क्या यह लापरवाही थी या साजिश?
जवाब अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और जांच के बाद ही मिल सकेगा।










