

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को यूपी कैबिनेट की बैठक लोकभवन में हुई. बैठक में कार्यवाहक मुख्य सचिव दीपक कुमार द्वारा जारी एजेंडे में करीब 21 प्रस्तावों पर चर्चा हुई. जिनमें स्वास्थ्य, खेल, पर्यटन, दिव्यांगजन सशक्तीकरण, पर्यावरण और शहरी विकास से जुड़े 20 प्रस्तावों पर पास किए गए.
प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि कैबिनेट में कुल 21 प्रस्ताव रखे गए, जिनमें से 20 को पास किया गया. मीटिंग के एजेंडे के अलग से एक प्रस्ताव और आया था. उद्योगपतियों और निवेशकों को छूट देने के क्रम में मैसर्स पसवारा पेपर्स लिमिटेड को स्टेट जीएसटी में एक करोड़ 50 लाख 15 हजार 711 रुपए का भुगतान कर दिया गया. 65 लाख 67 हजार 235 रुपए की प्रतिपूर्ति की जाएगी. मथुरा की मेसर्स वृन्दावन एग्रो लिमिटेड इसमें शामिल है.
अमृत योजना के तहत कानपुर में पेयजल योजना के लिए 3 अरब और करीब 17 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं. इससे कानपुर के 33 वार्ड लाभान्वित होंगे. इस योजना में 25 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार देगी. वहीं, कानपुर के सिविल लाइंस स्थित 45,000 वर्ग मीटर नजूल भूमि पर जार्जिना मैकराबर्ट मेमोरियल हॉस्पिटल की जगह को अथॉरिटी को ट्रांसफर होगी.
वहीं, बरेली में भी अमृत योजना के तहत पेयजल योजना के लिए कुल 266 करोड़ रुपए की पेयजल योजना को स्वीकृति मिली है. जिससे बरेली नगर निगम की करीब 92% जनता को लाभ होगा. इसके साथ ही डॉ. संपूर्णानंद सिगरा स्टेडियम को साई के सहयोग से अपडेट किया जाएगा. यहां बेहतर केंद्र बनाया जाएगा और 33 फीसदी केंद्र साई के पास जाएगा.
वित्त मंत्री ने बताया कि सरकारी नौकरी में जो पदक विजेता खिलाड़ी सीधी भर्ती के तहत आए हैं, उनको प्रतियोगिता और प्रशिक्षण में भाग लेने के समय को अब ड्यूटी माना जाएगा और उनको छुट्टी नहीं लेनी होगी. चंदौली सकलडीह चार लेन रोड 29 करोड़ रुपए में बनाया जाएंगा. जिसकी रिवाइज कास्ट 4.92 करोड़ के करीब है. 18 महीने में पूरी होगी.
मंत्रिपरिषद बैठक के उपरांत कैबिनेट के प्रमुख निर्णयों की जानकारी हेतु प्रेस वार्ता।#UPCabinet https://t.co/ssWFYZl9sS
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) December 2, 2025
अयोध्या में विश्व स्तरीय संग्रहालय बनेगाः वित्त मंत्री ने बताया कि अयोध्या में विश्व स्तरीय संग्रहालय बनाने के लिए टाटा को 25 एकड़ जमीन दी गई थी, अब नए 52.102 एकड़ नजूल जमीन टाटा को दी जाएगी. मंदिरों की जानकारी इस म्यूजियम में होगा. प्रदेश प्रत्येक मंडल मुख्यालय में दिव्यांग पुनर्वास केंद्र बनाया जाएगा. दिव्यांग जनों के लिए जरूरी आवश्यकताएं यहां पूरी की जाएगी.
बागपत में बनेगा अंतर्राष्ट्रीय योग एवं आरोग्य केंद्रः सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि-जनपद बागपत के ग्राम-हरिया खेड़ा, तहसील-बागपत स्थित 70.885 हेक्टेयर भूमि पर एक अंतर्राष्ट्रीय योग एवं आरोग्य केंद्र सार्वजनिक निजी सहभागिता (पीपीपी मोड) के माध्यम से से विकसित, संचालित एवं अनुरक्षित अनुरक्षित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में सम्पूर्ण विश्व में समग्न स्वास्थ्य आरोग्य पर्यटन (वेलनेस टूरिज्म) के अन्तर्गत शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक गतिविधियों के माध्यम से स्वास्थ्य एवं आरोग्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की जाने वाली यात्राएं आती हैं. वेलनेस टूरिज्म का उद्देश्य तनाव के स्तर को नियंत्रित करना और स्वस्थ जीवन-शैली को बढ़ावा देना है.
अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर दुनिया भर में योग के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिये अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. योग एवं वेलनेस की जोड़ते हुए वेलनेस पर्यटन भारतीय पर्यटकों के साथ-साथ विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करेगा. भारत में केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक एवं उत्तराखण्ड में वेलनेस पर्यटन के अनेक केन्द्र स्थापित हैं, जहाँ पर अत्यधिक संख्या में भारतीय एवं विदेशी पर्यटक स्वास्थ्य लाभप्राप्त करने तथा योग अभ्यास के लिए आते हैं. उत्तर प्रदेश में अन्तरर्राष्ट्रीय स्तर का योग एवं आरोग्य केन्द्र स्थापित होने से आरोग्य पर्यटन में रूचि लेने वाले भारतीय एवं विदेशी पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकेगा.
वित्त मंत्री ने कहा कि कोविड-19 के बाद अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर योग एवं वेलनेस टूरिज्म के प्रति पर्यटकों तथा भारतीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय नागरिकों में काफी जागरूकता बढ़ी है. कोयंबटूर और केरल में योग एवं वेलनेस टूरिज्म केन्द्रों पर प्रति वर्ष लाखों की संख्या में भारतीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटकों का आगमन होता है. योग एवं वेलनेस टूरिज्म के क्षेत्र में तमिलनाडु चेन्नई तथा कोयंबटूर- केरल का प्रमुख एवं महत्वपूर्ण स्थान है, यहाँ वेलनेस टूरिज्म के अन्तर्गत देश एवं विदेश से काफी संख्या में पर्यटक मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य लाभ हेतु आते हैं.
उन्होंने कहा कि बागपत स्थित पुरामहादेव में अन्तर्राष्ट्रीय योग एवं आरोग्य केंद्र के संचालित होने पर मानसिक, आध्यात्मिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य लाभ के साथ-साथ योग विज्ञान से परिचित होंगे. अन्तर्राष्ट्रीय योग एवं आरोग्य केंद्र की स्थापना होने पर दुनियाभर से पर्यटकों एवं योग के प्रति उत्साही लोगों को आकर्षित करेगा, जिससे स्थानीय स्तर पर काफी संख्या में रोजगार का सृजन एवं व्यवसायी गतिविधियां बढ़ेगी तथा प्रदेश के राजस्व में वृद्धि के साथ-साथ वन ट्रिलियन इकोनमी के लक्ष्य की पूर्ति में सहायक होगा.












