
कानपुर, । उत्तर प्रदेश के कानपुर में नवाबगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र ने संदिग्ध परिस्थितियों में घर की नवी मंजिल से कूद कर आत्महत्या कर ली। परिजनों के मुताबिक ट्यूशन टीचर ने बेटे को होमवर्क दिया था लेकिन वह पूरा नहीं कर सका। अध्यापक की फटकार से आहत होकर वह बालकनी से कूद गया। परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां उसकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की पड़ताल में जुट गई है।
बच्चे की मां बोस्को त्रिपाठी ने बुधवार को बताया कि उनका बेटा प्रखर (14) पति अधिवक्ता सुधांशु त्रिवेदी के साथ रहता था। उनके पति शराब पीने के लती हैं। जिस वजह से पति-पत्नी के बीच हमेशा अनबन बनी रहती थी। इसी से आहत होकर उन्होंने पति के खिलाफ घरेलू हिंसा का मुकदमा भी दायर कर दिया था और बीते चार सालों से वह कल्याणपुर स्थित अपने मायके में बेटी के साथ रहती हैं। न्यायालय के आदेश पर उन्हें महीने में एक बार बेटे से मिलने की अनुमति है लेकिन उनका आरोप है कि पति बेटे से मिलने नहीं देता है।
बताया कि कुछ समय पहले बेटे से मुलाकात के दौरान उसने बताया था कि पापा शराब पीकर मुझे मारते हैं और किसी से कुछ भी बताना बताने की धमकी भी देते हैं। इसलिए उनका आरोप है कि बेटे आत्महत्या नहीं की है। बल्कि उसे जबरन बालकनी से नीचे फेंका गया है।
वहीं पर उन्होंने बताया कि बेटा प्रखर स्कूल गया था। स्कूल से वापस आने के बाद ट्यूशन टीचर घर पहुंची। उसने होमवर्क नहीं किया था। जिसकी शिकायत टीचर ने उसकी दादी सुमनलता से की थी। जिसके बाद प्रखर को डाट भी लगाई गई। इसके बाद वह नाराज होकर अपने कमरे में चला गया और फिर पता नहीं कब उसने घर की नवी मंजिल की बालकनी से कूद कर आत्महत्या कर ली। बच्चे के गिरने के बाद पिता सुधांशु उसे एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
नवाबगंज थाना प्रभारी केशव कुमार तिवारी ने बताया कि बच्चे की मां ने ससुराल पक्ष पर आरोप लगाए हैं। तो वहीं परिजनों की ओर से बताया गया है कि होमवर्क न करने पर उसे टीचर ने डाटा था। जिस वजह से उसने यह आत्मघाती कदम उठाया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले में अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।










