बांग्लादेश में हसीना विरोधी नेता उस्मान हादी की मौत, ढाका में भड़के उग्र प्रदर्शन

बांग्लादेश में शेख हसीना के विरोधी नेता उस्मान हादी की मौत हो गई है। चीफ एडवाइज मोहम्मद यूनुस ने गुरुवार देर रात हादी की मौत की पुष्टि की।

उन्हें 12 दिसंबर को सिर में गोली मार दी गई थी। वह रिक्शे पर जा रहे थे तभी बाइक सवार हमलावर ने उन्हें गोली मार दी। हादी का सिंगापुर में इलाज चल रहा था।

हादी इस्लामी संगठन ‘इंकलाब मंच’ के प्रवक्ता थे और चुनाव में ढाका से निर्दलीय उम्मीदवार थे। बांग्लादेश में 11 दिसंबर को चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ था। इसके एक ही दिन बाद यह हमला हुआ।

हमले से कुछ घंटे पहले उस्मान हादी ने ग्रेटर बांग्लादेश का एक मैप शेयर किया था, इसमें भारतीय इलाके (7 सिस्टर्स) शामिल थे। हादी की मौत के बाद ढाका में उग्र प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।

प्रदर्शन की 3 तस्वीरें देखें…

हादी की मौत के लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की।

हादी की मौत के लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की।

प्रदर्शनकारी सड़क पर मार्च निकालते नजर आए।

प्रदर्शनकारी सड़क पर मार्च निकालते नजर आए।

उस्मान हादी की सोशल मीडिया पर पोस्ट

सीसीटीवी फुटेज में गोलीबारी रिकॉर्ड

पुलिस के मुताबिक, हादी को दोपहर करीब 2 बजकर 30 मिनट पर बिजयनगर इलाके में रिक्शे पर देखा गया था।

सीसीटीवी फुटेज में दिखता है कि एक मोटरसाइकिल पीछे से रिक्शे के पास आई, फिर दाईं ओर आकर रुकी और पीछे बैठे व्यक्ति ने बिल्कुल नजदीक से हादी पर गोली चला दी।

बाइक पर सवार दोनों लोगों ने हेलमेट पहन रखे थे। पूरी घटना कुछ ही सेकेंड में हुई और हमलावर तुरंत मौके से फरार हो गए।

इंकलाब मंच के कार्यकर्ता मोहम्मद रफी, जो हादी के पीछे एक दूसरे रिक्शे पर थे, ने बताया कि जुमे की नमाज के बाद वे लोग दोपहर का खाना खाने हाईकोर्ट इलाके की ओर जा रहे थे। बिजयनगर पहुंचते ही मोटरसाइकिल पर आए दो लोगों ने हादी पर गोली चला दी और भाग गए।

हादी को पहले भी मौत की धमकियां मिलीं

शरीफ उस्मान हादी एक प्रमुख बांग्लादेशी राजनीतिक कार्यकर्ता, लेखक और दक्षिणपंथी इस्लामी संगठन ‘इंकलाब मंच’ के प्रवक्ता हैं। उन्हें नवंबर 2025 में भी फेसबुक पर 30 विदेशी नंबरों से मौत की धमकियां मिली थी।

वह जुलाई-अगस्त 2024 के छात्र-नेतृत्व वाले बड़े आंदोलन के बाद उभरे एक प्रभावशाली युवा नेता के रूप में पहचाने जाते हैं।

हादी बांग्लादेश की सांस्कृतिक और राजनीतिक क्षेत्रों पर कई किताबें लिख चुके हैं, जो जुलाई प्रदर्शनों से पहले देश की सांस्कृतिक चुनौतियों पर केंद्रित हैं।

दिसंबर 2024 में उन्होंने अवामी लीग पर छात्रों की हत्याओं का आरोप लगाया। इसके अलावा, इस्लामिक क्राइम्स ट्रिब्यूनल के शेख हसीना को मौत की सजा देने पर हादी ने इसे एक मिसाल बताया।

हादी आगामी संसदीय चुनावों में ढाका-8 निर्वाचन क्षेत्र (मोटीझील, शाहबाग, रामना, पलटन और शाहजहांपुर) से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके थे।

शरीफ उस्मान हादी राजनीतिक कार्यकर्ता, लेखक और नेता थे।

शरीफ उस्मान हादी राजनीतिक कार्यकर्ता, लेखक और नेता थे।

इंकलाब मंच शेख हसीना की सरकार गिराने में शामिल

इंकलाब मंच अगस्त 2024 के छात्र आंदोलन के बाद एक संगठन के रूप में उभरा। इसने तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग की सरकार गिरा दिया था।

यह संगठन अवामी लीग को आतंकवादी करार देते हुए पूरी तरह खत्म करने और नौजवानों की सुरक्षा की मांग को लेकर सक्रिय रहा।

यह संगठन राष्ट्रीय स्वतंत्रता और संप्रभुता की रक्षा पर जोर देता है। मई 2025 में अवामी लीग को भंग करने और चुनावों में अयोग्य ठहराने में इस संगठन की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

चुनाव आयोग ने एक दिन पहले ही 13वें संसदीय चुनाव की तारीख का ऐलान किया था। ऐसे में यह हमला राजनीतिक हिंसा की आशंका बढ़ा रहा।

बांग्लादेश में 12 फरवरी को चुनाव होंगे

बांग्लादेश में अगले साल 12 फरवरी को आम चुनाव होंगे। देश के मुख्य चुनाव आयुक्त एएमएम नासिरउद्दीन ने गुरुवार शाम इसका ऐलान किया। यह चुनाव पूर्व पीएम शेख हसीना के तख्तापलट के डेढ़ साल बाद हो रहा है।

5 अगस्त 2024 को हुए तख्तापलट के बाद हसीना देश छोड़कर भारत आ गई थीं। इसके बाद से वहां पर मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार चल रही है।

अगले साल होने वाले चुनाव में हसीना की पार्टी हिस्सा नहीं ले पाएगी। बांग्लादेश की सबसे बड़ी पार्टी अवामी लीग का पंजीकरण चुनाव आयोग ने मई 2025 में निलंबित कर दिया था।

पार्टी के बड़े नेताओं को अंतरिम सरकार गिरफ्तार कर चुकी है। अवामी लीग चुनाव लड़ने और राजनीतिक गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।

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