जानिए किस वजह से अजित अगरकर नहीं हुए शीर्ष पांच में भी चयनित , पढ़े ‘इनसाइड स्टोरी’

बीसीसीआई के क्रिकेट सलाहकार समिति ने पूर्व स्पिन गेंदबाज सुनील जोशी को टीम इंडिया का नया मुख्य चयनकर्ता नियुक्त किया है, इसके साथ ही गगन खोड़ा की जगह उत्तर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के लिये पूर्व गेंदबाज हरविंदर सिंह का चयन किया गया है, हालांकि सुनील जोशी की काबिलियत पर किसी को शक नहीं है, लेकिन अजित अगरकर के अंतिम 5 में भी शॉर्ट लिस्ट नहीं किये जाने से कुच सवाल उठ रहे हैं, अब इस बात का खुलासा हो चुका है, कि आखिर क्यों मदन लाल की अगुवाई वाली सीओए ने सुनील जोशी को इस पद का दावेदार माना।

इसलिये जोशी चुने गये मुख्य चयनकर्ता
बीसीसीआई सीओए के पास 40 से ज्यादा आवेदन मिले थे, लेकिन अजित अगरकर का नाम अंतिम 5 तक में भी नहीं पहुंचा, क्योंकि दावेदारों की छंटनी के समय समिति ने बीसीसीआई की जोनल पॉलिसी को प्राथमिकता दी, ऐसे में जब अजित अगरकर पश्चिम जोन से आते हैं और मुंबई से पहले ही चयन पैनल में जतिन परांजपे मौजूद हैं, तो अगरकर के नाम पर ज्यादा चर्चा नहीं हुई, और सुनील जोशी को मुख्य चयनकर्ता चुना गया।

ज्यादा नहीं पिछड़े हैं
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक अगरकर, मोंगिया और मनिंदर सिंह चयन पैनल में शामिल होने की रेस में ज्यादा नहीं पिछड़े हैं, इस साल सितंबर में पैनल में शामिल जतिन परांजपे, देवांग गांधी और शरणदीप सिंह का कार्यकाल पूरा हो रहा है, जिसके बाद नये पैनल का गठन किया जाएगा, जिसके लिये दोबारा से आवेदन करने की जरुरत भी नहीं है।

चीफ सलेक्टर बन सकते हैं अगरकर
रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने साफ कहा है कि जब अगले दौर के इंटरव्यू होंगे, तो अजित अगरकर के आवेदन पर विचार किया जाएगा, अगले 3 चयनकर्ता ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्वकप के बाद नवंबर में कामकाज संभालेंगे, सूत्रों का ये भी दावा है कि जब 3 नये चयनर्ता चुने जाएंगे, तो फिर चयन पैनल में अंतरराष्ट्रीय अनुभव के हिसाब से जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, इस बात की संभावना ज्यादा है कि सुनील जोशी की जगह अजित अगरकर को मुख्य चयनकर्ता नियुक्त कर दिया जाएगा, क्योंकि अगरकर के पास सुनील जोशी से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैचों का अनुभव है।

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