
मुंबई । इस महीने की 31 तारीख को बीएस- 4 दोपहिया वाहनों की बिक्री बंद हो जाएगी। अब ग्राहकों के पास इस सप्ताह अपनी खरीदारी करने और लगभग 10,000 रुपये का लाभ उठाने का आखिरी मौका है। अधिकांश कंपनियां BS-IV उत्पादों पर आकर्षक योजनायें चला रही हैं जिनके द्वारा ग्राहकों को इन कीमतों में लगभग 15,000 रुपये तक का लाभ मिल सकता है।
हीरो, मोटोकॉर्प, होंडा और टीवीएस जैसी प्रमुख कंपनियों द्वारा लॉन्च किये गये ज्यादातर बीएस-VI प्रोडक्ट्स बीएस-IV प्रोडक्ट्स की तुलना में 7 हजार से 15 हजार रुपये तक महंगे हैं। सख्त उत्सर्जन नियमों को पूरा करने के लिए वाहनों में महंगे मैटेरियल और फ्युल इंजेक्शन सिस्टम्स के कारण बीएस-VI प्रोडक्ट्स की कीमतें ज्यादा हैं।
एक प्रमुख टू-व्हीलर डीलर के अनुसार हमने पिछले दो महीनों में बीएस-IV वाहनों की मांग में काफी बढ़ोतरी देखी है। हमारे प्रमुख प्रोडक्ट्स का स्टॉक लगभग खत्म हो गया है। बीएस-IV वाहनों पर रोक की समय सीमा जैसे-जैसे नजदीक आती जाएगी, हमें उपभोक्ताओं के बीच इसकी मांग बढ़ने की उम्मीद है, पर हो सकता है कि तब तक हमारे पास बीएस-IV का कोई स्टॉक बचा न हो। उपभोक्ताओं को इन वाहनों को खरीदने पर होने के लाभ की अच्छी तरह जानकारी है और वह मौजूदा अवसरों का भरपूर लाभ उठा रहे हैं। हालांकि देश के कई राज्यों के आरटीओ ने घोषणा की है कि वह इस समय-सीमा से छह दिन पहले ही, 25 मार्च 2020 को बीएस-IV वाहनों का रजिस्ट्रेशन बंद कर देंगे। उपभोक्ता के लिए इसका मतलब है कि उनके पास बीएस-IV इंजन वाले वाहन खरीदने के लिए बहुत ही कम समय और सीमित मौका है।
एक अन्य डीलर के अनुसार बीएस-IV वाहनों का रजिस्ट्रेशन 31 मार्च 2020 तक होना चाहिए, लेकिन राज्यों के आरटीओ ने इसके लिए अपने-अपने दिशा-निर्देश बनाए हैं। हम अपने उपभोक्ताओं की हर संभव तरीके से मदद करना चाहते हैं। हमारी सलाह है कि उन्हें तत्काल बीएस-IV वाहनों की खरीद का फैसला करना चाहिए। इसके अलावा हमारे पास बीएस-IV वाहनों का काफी लिमिटेड स्टॉक रह गया है।
पिछले कई महीनों से, यात्री वाहनों का निर्माण करने वाली कई कंपनियां पहले से ही बीएस-VI प्रॉडक्ट्स की ही बिक्री कर रही थीं। पर देश में टू-व्हीलर्स निर्माताओं की काफी बड़ी तादाद को देखते हुए अभी भी डीलरों के पास बीएस-IV वाहनों का थोड़ा स्टॉक बचा है। बीएस-VI उत्सर्जन के नियम दुनिया में सबसे सख्त हैं और भारत बीएस-5 नियमों को न अपनाकर सीधे बीएस-IV से बीएस-VI नियमों को अपनाने जा रहा है















