ऋषिकेश। महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस को देखते हुए एम्स ने अपनी तैयारी के साथ ही सरकारी अस्पताल के भी सौ बैड लेने की जानकारी दी है, वहीं एम्स में अभी तक लिए गए सभी संदिग्ध मरीजों के सैम्पलों की रिपोर्ट भी नेगेटिव मिली है।
देश में महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस को लेकर जहां लोगों में दहशत व्याप्त हो गई है वहीं एम्स ऋषिकेश में डॉक्टरों की टीम कोरोना से लड़ने के लिए पूरी तैयारीयों के साथ है जिसके लिए एम्स में विशेष तौर पर आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है जहां प्रभावित मरीज को 24 घंटे डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाएगा।
इस सम्बंध में एम्स ऋषिकेश के डीन हॉस्पिटल अफेयर्स ब्रिगेडियर प्रो. यूबी मिश्रा ने जानकारी दी कि एम्स में विशेष आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है जहां सम्भावित कोरोना प्रभावित मरीजों का ईलाज किया जा रहा है, वहीं गम्भीर मरीजों को ही वेंटिलेटर पर लिया जाएगा, जबकि अब तक एम्स में लगभग 20 मरीजों को कोरोना की सम्भावनाओ के चलते भर्ती किया गया है जिनकी टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आयी है जिनमें से फिलहाल तीन मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। वही बीते रोज हरिद्वार के पतंजलि से एक महिला मरीज को कोरोना की संभावना के चलते भर्ती किया गया है जिसका सेंपल जांच के लिए भेजा गया है, वही प्रबंधन के आदेशानुसार एम्स में आने वाले मरीजों व तीमारदारों को गेट पर ही सैनिटाइज किया जा रहा है।
एम्स में पर्याप्त बैडों की कमी आएगी तो जरूरत पड़ने पर सरकारी अस्पताल के सौ बैडों को कोरोना के प्रभाव को देखते हुए अधिग्रहित किये जाने के लिए स्वास्थ्य सचिव को पत्र भेजा गया है, फिलहाल अभी तक शासन से जवाब नहीं आया है। जबकि एम्स में एचओडी मेडिसिन, इंफेक्शन डिसीज स्पेशलिस्ट, इंफेक्शन कंट्रोल स्पेशलिस्ट व रेजिडेंट्स डॉक्टरों को मुस्तेद रखा गया है।
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