बड़े जानवर हमेशा से ही छोटे जानवर का शिकार करते आ रहे है। शेर हमेशा हिरन का शिकार करता लेकिन हिरन सब जानवरो से ज्यादा फुर्तीला होता है मगर शेर तब भी उसका शिकार कर ही लेता है। और भी कई ऐसे जानवर है जो की मशाहारी है। और हमेशा अपने से छोटे जानवर का शिकार कटे हुए उन्हें आप देख सकते है। लेकिन इन सका कारण है भूख अगर बह भूखे हो तो किसी का भी शिकार कर सकते है फिर चाहे इंसान ही उस बक्त क्यों न उनके सामने हो।
जानवर हमेशा से तब ही अपने शिकार पर निकलता है जब उसे जोर से भूख लगती है। आम तौर पर देखा जाता है की काटने बाले जानवर भी यही तरीका अपनाते है , मगर तब जब उन्हें भूख हो या फिर उन्हें किसी से अपनी जान का खतरा हो। अगर किसी इंसान को कोई सांप काट लेता है तो उसका अगर समय पर उपचार न किया जाए तो बह तुरंत या थोड़ी देर बाद उस इंसान की मृत्यु हो जाती है। इसी प्रजाति में एक जानवर आता है जिसको आमतौर पर कनखजूरा भी कहते है। और यह इतना जहरीला होता है की अगर यह अपना शिकार किसी चूहे हो कर ले तो चूहा 30 मिनट के अंदर दम तोड़ देता है। और आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते है की अगर कभी कनखजूरा किसी इंसान को काट ले तो उस इंसान का क्या होगा। आज हम आपको इस टॉपिक पर बताने बाले है कि आखिर क्या होता है जब एक कनखजूरा किसी इंसान को काटता है।
आपको बता दे पहले तो ज्यादा तर कनखजूरा इंसान के कान को ज्यादा तर अपना शिकार बनता है क्यूंकि यह उसके लिए सरल और पुरानी प्रक्रिया भी होती है। बह इंसान को उसके कान से अपना शिकार बनाता है। अगर बह किसी भी अंग पर काट ले तो सांप की तरह ही इंसान के अंदर काखजूरा का पूरा जहर रह जाता है। इसकी बजह से इंसान को धीरे धीरे साँस लेने में तकलीफ होने लगती है। और कनखजूरे के काटने की बजह से इंसान को तेज दर्द का अहसास होता है और दर्द के साथ साथ जहर की बजह से इंसान की मौत भी हो जाती है।
कनखजूरे के काटने मात्र से ही इंसान को साँस लेने के साथ साथ ही भारी मात्रा में अपने सरीर के अंदर थकाबत का अहसास होने लगता है। कनखजूरे के काटने पर तुरंत नजदीक के डॉक्टर से अच्छे इलाज के लिए संपर्क किया जाना चाइये बरना इंसान की मृत्यु भी हो सकती है।
अगर कनखुजरे के द्वारा काटे जाने बाले इंसान को डॉक्टर के पास ले जाना मुमकिन नहीं हो पाता है या फिर डॉक्टर बन्हा से काफी दूर रहता है। तो आपको जल्द से जल्द उस ब्यक्ति का घर पर प्राथमिक उपचार करना चाइये। अगर कानखजूरा ब्यक्ति के कान में घुश गया है। तो ब्यक्ति के कानो में नमक मिश्रित पानी डालना चाइये और उस पानी को पीड़ित इंसान के कानो में धीरे धीरे टपकाये जिससे उस कनखजूरे की मौके पर ही मृत्यु हो जाए। और उसके बाद इंसान के कान को उल्टा करना चाइये जिससे कनखजूरा कान से बाहर की तरफ सरकने लगे। और अगर कान की जगह की इंसान के किसी अन्य अंग पर कानखजूरा चिपक जाए तो तुरंत चीनी और बूरा लेकर उस कनखजूरे के मुंह की तरफ डालनी चाइये जिससे बह कानखजूरा बन्हा से हट जाए।
अब बात करते है कानखजूरे के द्वारा काटे जाने के बक्त की आम तौर पर कानखजूरा जल्दी से काटता नहे है बल्कि कान में घुश जाता है मगर कभी कभी बह किसी इंसान को काट भी लेता है तो उस समय जल्दी से दारू के साथ सेंधा नमक के साथ हल्दी को मिलकर उसे अच्छे तरह से कूटकर पीस लेना चाइये और फिर उसे अच्छी तरह से किसी साफ़ कपडे में एक मुट्ठी बना लेनी चाइये फिर उसके ऊपर देसी घी लगाकर उस जगह मथकर बड़ी ही तेजी के साथ लेप करना चाइये और ऐसा करने से कनखजूरे के जहर का असर धीरे धीरे खत्म होने लगता है।