प्यार के बारे में कहा जाता है कि यह हर इंसान के लिए बहुत जरुरी होता है। बिना प्यार के जीवन अधुरा सा लगता है। इसी वजह से हर कोई जीवन में प्यार की तलाश में रहता है। प्यार कई तरह के होते हैं। जैसे माँ-बाप का प्यार, भाई-बहन का प्यार, प्रेमी-प्रेमिका का प्यार। आज हम यहाँ किसी और प्यार के बारे में नहीं बल्कि प्रेमी-प्रेमिका और जीवनसाथी के प्यार के बारे में बात कर रहे हैं। अगर जीवन के कठिन रास्तों पर चलने के लिए कोई जीवनसाथी होता है तो ये कठिन राहें आसान हो जाती हैं।
वही इस बात की भी आपको जानकारी होनी चाहिए की दुनिया में हर एक इंसान का चेहरा अलग होता है, उसकी कद-काठी भी अलग होती है। यहां तक की उनकी त्वचा का रंग भी अलग होता है। किसी की त्वचा का रंग काला होता है तो किसी का गोरा। अधिकांश लोगों की त्वचा का रंग सांवला ही होता है।
सामुद्रिक शास्त्र के विद्वानों के अनुसार शरीर के रंग के आधार पर भी मनुष्य के स्वभाव के बारे में जाना जा सकता है…..
समुद्र शास्त्र के अनुसार, काले रंग के लोग हेल्दी, मेहनत करने वाले व गुस्से वाले होते हैं। इनका बौद्धिक विकास कम होता है, जिसके परिणामस्वरूप वे सभी सामाजिक परंपराओं, संस्कारों एवं मर्यादाओं से दूर, उत्तेजित, हिंसक, कामी, हठी एवं आक्रामक तथा अपराधी प्रवृत्ति के बन जाते हैं।
एकदम काले रंग से प्रभावित स्त्रियों के संबंध में समुद्र शास्त्र में वर्णन है कि अत्यधिक काले रंग के नेत्र, त्वचा, रोम, बाल, होंठ, तालु एवं जीभ आदि जिन स्त्रियों के हों, वे निम्न वर्ग में आती हैं।
इस वर्ण की स्त्रियां स्वामीभक्त और बात को अंत तक निभाने वाली व साहसी होती हैं। रति में पूर्ण सहयोग और आनन्द देती हैं। विश्वसनीय, सही रास्ता दिखाने वाली और प्यार में बलिदान देने वाली होती हैं।