
– एएसआई खुद कटा हाथ लेकर पहुंचा था पटियाला के राजेंद्रा अस्पताल
– पीजीआई, चंडीगढ़ के प्लास्टिक सर्जनों की टीम ने दो चरणों में किया ऑपरेशन
– आइस बॉक्स में रखकर पटियाला से पीजीआई लाया गया था हाथ
चंडीगढ़, । पीजीआई चंडीगढ़ के करीब एक दर्जन डाक्टरों ने रविवार को सात घंटे के मैराथन ऑपरेशन के बाद पंजाब पुलिस के एएसआई के अलग हुए हाथ को जोड़ दिया। पटियाला में रविवार की सुबह एक निहंग ने नाके पर तैनात एएसआई हरजीत सिंह का हाथ काट दिया था। सुबह करीब साढ़े छह बजे एएसआई को एक स्कूटी सवार ने पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल में पहुंचाया। एएसआई के साहस और हौसले को देखकर डॉक्टर उस समय हैरान रह गए जब वह अपना कटा हुआ हाथ दूसरे हाथ में लेकर अस्पताल पहुंचा। इस बीच पंजाब के डीजीपी ने पीजीआई चंडीगढ़ के निदेशक डॉ. जगत राम के साथ संपर्क किया।
पीजीआई में प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉक्टरों की टीम तैनात की गई और पटियाला से एएसआई के कटे हुए हाथ को आइस बॉक्स में रखकर एंबुलेंस की मदद से चंडीगढ़ भेजा गया। यहां प्रारंभिक उपचार के बाद प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख प्रो. रमेश शर्मा, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सुनील गाबा, डॉ. जेरी आर जॉहन, सीनियर रेजिडेंट डाक्टर सूरज नायर, डाक्टर मयंक, डॉ. चंद्रा, डॉ. शुभेंदु, एनेस्थिसिया विभाग के डॉक्टर अंकुर, सीनियर रेजिडेंट डॉ.अभिषेक, डॉ. पूर्णिमा, अरविंद, स्नेहा व अर्ष की टीम ने सुबह करीब 10 बजे ऑपरेशन शुरू किया। शाम साढ़े पांच बजे तक चिकित्सकों ने दो चरणों में यह सर्जरी पूरी की।
पीजीआई के निदेशक डॉ. जगत राम के अनुसार यह चिकित्सकों के लिए बेहद चुनौती वाला कार्य था। हरजीत सिंह जब पीजीआई में पहुंचा तो उसका हाथ पूरी तरह से अलग था। नसों व हड्डियों में आपस में कोई संपर्क नहीं था। प्लास्टिक सर्जरी विभाग ने कई आधुनिक तकनीक के बल पर सफल ऑपरेशन किया है। पहले चरण में मरीज की अंतरिक व बाहरी नसों को आपस में जोड़ा गया। उसके बाद हड्डी को जोड़ा गया। उन्होंने हरजीत सिंह के हौसले व इच्छा शक्ति की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह बहुत जल्द स्वास्थ्य होकर अपने पुराने जीवन में वापस लौट आएंगे।














