भारत में ही है ये गांव जहां शादी से पहले सुहागरात मनाने का रिवाज, वजह कर देगी हैरान

भारत हमेशा से ही विविधताओं का देश रहा है, जहाँ एक चीज़ को अलग-अलग समुदाय के लोग अलग-अलग तरीके से मानते है। शादी को लेकर भी अलग-अलग देश और समुदाय में विभिन्न मान्यताएं और परम्पराएं हैं। आज आज हम आपको एक ऐसे ही अनोखे रिवाज के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमे भावी शादी शुदा जोड़े को शादी से पहले ही सुहागरात माननी पड़ती है।

छत्तीसगढ़ के बस्तर में जनजाति ऐसी है, जहां शादी से पहले सुहागरात मनाई जाती है। लेकिन यह प्रथा गोंड जनजाति की पवित्र और शिक्षाप्रद प्रथा है। इस जनजाति के लोगों का दावा है कि सिर्फ़ इसी प्रथा के कारण मुरिया जाति में आज तक बलात्कार का एक भी केस सामने नहीं आया है।

दरअसल ये अनोखी और विचित्र परंपरा करीब 1000 साल पुरानी है और आज भी इस परंपरा को वहां के लोग मानते हैं और शादी इसी रिवाज़ से की जाती है।  इस प्रथा को निभाने के लिए वहां दो दिनों का विवाह मेला लगता है, जहाँ लड़का लड़की एक दूसरे को पसंद करते हैं और फिर भाग जाते हैं ,इसके बाद उनके घरवाले उन्हें एक साथ रहने के लिए आदेश देते हैं।

ये अवधि 6 महीने की होती है जिसके बाद अगर दोनों माँ बाप बनने वाले होते हैं तो उनकी शादी करवा दी जाती अन्यथा 6 महीने के बाद बात ना बने तो फिर से दोनों किसी अन्य पार्टनर के साथ भाग सकते हैं।