
लखनऊ
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। सदर के बाद अब कैसरबाग लखनऊ का दूसरा सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बनता जा रहा है। कैसरबाग के अलग-अलग इलाकों में एक हफ्ते के अंदर 10 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। इनमें ज्यादातर सब्जी बेचने वाले और उनके परिवार के हैं।
राजधानी लखनऊ में पिछले एक सप्ताह में मिले 15 मरीजों में 10 अकेले कैसरबाग के हैं। वहीं, कैसरबाग के सभी इलाकों में अब तक 20 मरीज मिल चुके हैं। कोरोना की चपेट में आकर जान गंवाने वाले बुजुर्ग भी कैसरबाग थाना क्षेत्र के थे। सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के अनुसार सब्जी मंडी में भीड़ के कारण संक्रमण फैलने की आशंका है। पूरे इलाके में टीम तैनात कर स्क्रीनिंग और जांच करवाई जाएगी।
2 परिवारों के 10 लोग संक्रमित
जिला कोरोना नोडल अधिकारी डॉ. केपी त्रिपाठी ने बताया कि लालबाग में कोरोना पॉजिटिव पाया गया सब्जी विक्रेता भी कैसरबाग मंडी से सामान लेता था। जांच में कई लोग संक्रमित पाए गए। इतना ही नहीं, कैसरबाग के मिले 10 संक्रमित दो परिवारों के हैं। एक मंडी के अंदर किराने की दुकान चलाता है और दूसरा सब्जी का थोक विक्रेता है।
100 लोग क्वारंटीन
कैसरबाग में लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने करीब सौ लोगों को क्वारंटीन करने की योजना बनाई है। संक्रमण फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन के अफसरों के साथ बैठक के बाद सीएमओ ने यह निर्णय लिया है।
माना जा रहा है कि बुधवार से ही कैसरबाग इलाके के लोगों को क्वारंटीन करना शुरू कर दिया जाएगा। सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के अनुसार कैसरबाग में संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों को चिह्नित किया जा रहा है। इन्हें बीकेटी के जीसीआरजी कॉलेज में क्वारंटीन किया जाएगा।
प्रयागराज में कोरोना से हुई पहली मौत
प्रयागराज में कोरोना पॉजिटिव की पहली मौत की सूचना के बाद शहर भर में सन्नाटा पसर गया है। इस तीर्थराज में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने से संकट गहरा गया है। मंगलवार की रात स्वरूपरानी अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव इंजीनियर वीरेंद्र सिंह की मौत हो गयी। शहर में कोरोना पॉजिटिव की पहली मौत है।
गौरतलब है कि लूकरगंज निवासी इंजीनियर वीरेन्द्र सिंह ने समाज सेवा से जुड़कर कई स्थानों पर खाद्य सामग्री वितरित किया था। कुछ दिनों पूर्व तबियत खराब होने पर उन्हें कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। जिसके कारण उन्हें पहले कोटवा बनी में भर्ती किया गया। लेकिन तबियत खराब होने पर सोमवार को स्वरूपरानी अस्पताल में ईलाज के लिए लाया गया था। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उन्हें वेंटिलेटर पर लाया गया था। लेकिन मंगलवार की देर रात उनकी मौत हो गयी। वीरेंद्र सिंह की पत्नी सहित परिवार के चार सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। नोडल अधिकारी डॉ. रिषी सहाय ने मौत की पुष्टि की है।










