
अशोक सोनी
जरवल/बहराइच। भूख-प्यास से तड़फ रहे हिरणों पर आवारा कुत्तों का कहर जारी है बीते एक पखवारे मे आधा दर्जन हिरणों पर आवारा कुत्तों ने जान लेवा हमला कर चुके है।बताते चले वन क्षेत्र मे हो रहे अंधाधुंध पेड़ो की कटान व सूख चुके नदी तालाबो को देखते हुए हिरणों का झुंड अब आबादी वाले क्षेत्रों मे घुसना शुरू कर दिए है जिन्हे अब आवारा हिंसक कुत्तो का शिकार होना पड़ रहा है।गुरुवार को विकास खण्ड जरवल के ग्राम सभा परसा के मौजा ककरहा पुरवा में भोर पहर जंगल से निकलकर एक बारहसिंघा गाँव में पानी पीने के लिए आ गया.
जिसको देखकर कुत्तों ने बारहसिंघा को नोंचना शुरू कर दिया।जिसको रामेश्वर शिवशंकर उर्फ भानु आदि ग्रामीणों ने किसी तरह बारहसिंघा की जान कुत्तों से बचाया तथा पशुचिकित्सा अधिकारी राजीव सक्सेना व वन विभाग को फोन कर अवगत कराया जिसपर पशुचिकित्सा अधिकारी व वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची ।
बारह सिंघा को जरवल पशुचिकित्सालय लाया।चार वर्षीय घायल नर बारहसिंघा का इलाज डॉक्टर राजीव सक्सेना द्वारा किया गया । उसके बाद वन दरोगा नवल किशोर ने अपनी टीम के साथ बारह सिंघा को अपने साथ ले गई।बताते चले एक पखवारा के भीतर रुडाइन मे एक,रमवापुर मे दो,हरचंद मे एक व रिठौरा मे एक हिरण पर आवारा कुत्तो द्वारा जानलेवा हमला किया जा चुका है जिन्हे पशु चिकित्साधिकारी द्वारा उपचार के बाद जंगल मे छुड़वाया जा चुका है।











