नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट ( Coronavirus Crisis ) के बावजूद अब लॉकडाउन में कई देशों में ढील दी जा रही है। भारत में 1 जून से लॉकडाउन 5वें चरण के अनलॉक-1 ( Unlock-1 ) स्टेज में है। इस बीच नोमुरा रिसर्च फर्म ( Nomura Research Firm ) ने एक अध्ययन के आधार पर दावा किया है कि भारत सहित 15 देशों में लॉकडाउन में राहत से कोविड-19 का संक्रमण तेजी से बढ़ सकता है।
नोमुरा के अध्ययन में लोगों की आवाजाही और कोरोना केस की संख्या में बढ़ोतरी को आधार बनाया गया है। स्टडी रिपोर्ट ( Study Report ) के मुताबिक पहली कटेगरी में 17 देश हैं जहां अर्थव्यवस्था को दोबारा शुरू करने की प्रक्रिया सही रास्ते पर है। यानि मामला ट्रैक पर है। दूसरी कटेगरी में 13 देश हैं। इन देशों में कोरोना के सेकेंड वेव ( Second Wave ) के कोई संकेत नहीं मिले हैं लेकिन लौटने के संकेत हैं। तीसरी कटेगरी वाले देश डेंजर जोन ( Danger Zone ) हैं। इस कटेगरी वाले देशों में सेकेंड वेव आने की पूरी आशंका है। भारत ( India ) का नाम इसी कटेगरी में शामिल है।
नोमुरा स्टडी में बताया गया है कि लॉकडाउन ( Lockdown ) में ढील देने से दो परिस्थतियां पैदा हो सकती हैं। पहली को अच्छा बताया गया है। अमरीका जैसे देश में लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद लोगों की आवाजाही में बढ़ोतरी हुई और रोजाना मामलों में छिटपुट बढ़ोतरी के साथ व्यावसायिक सेवाएं शुरू हो गई हैं। वहां लोगों के भीतर भय का माहौल खत्म हुआ है और कारोबार पटरी पर लौटने लगा है।
दूसरी पहले से बुरी है। इसमें कोरोना कर्व फ्लैट नहीं हो रहा है। रोज नए मामले बड़ी संख्या में आ रहे हैं। लोगों के भीतर भय बना हुआ है। आवाजाही बहुत कम हो रही है। गंभीर हालातों में कुछ जगहों पर फिर से लॉकडाउन लगाया जा सकता है।
स्टडी में 45 देशों को शामिल किया गया है। इनमें तीन समूह बनाए गए हैं। पहला ऑन ट्रैक यानी सही रास्ते पर। दूसरा चेतावनी यानी वार्निंग साइन ( Warning Sign ) और तीसरा डेंजर जोन। डेंजर जोन में भारत के साथ इंडोनेशिया, चिली, पाकिस्तान, स्वीडन, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका और कनाडा सरीखे देश शामिल हैं। ऑन ट्रैक वाले देशों में फ्रांस, इटली और दक्षिण कोरिया शामिल हैं। अमरीका और ब्रिटेन जैसे देश चेतावनी यानी वार्निंग साइन श्रेणी में शामिल हैं।
यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है जब विभिन्न देश अपने यहां लागू लॉकडाउन में ढील दे रहे हैं और लोग काम पर लौट रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO ) ने भी सभी देशों से अपील की है कि कोरोना का यह दौर किसी भी देश के लिए सब कुछ खुला छोड़ देने का नहीं है।
बता दें कि भारत में 25 मार्च के बाद पहली बार 8 जून को सार्वजनिक स्थान जैसे धार्मिक स्थल और मॉल खोले गए हैं जो केंद्र सरकार के अनलॉक प्लान का हिस्सा हैं।