यूपी में कोरोना ने बरपाया कहर : 6,152 +ve केस, वायरस से अब तक 569 लोगों ने गवाई जान

उप्र में कोरोना के 6,152 सक्रिय मामले, अब तक 11,601 मरीज इलाज से हुए ठीक
-अब तक वायरस से 569 लोगों की हो चुकी है मौत

लखनऊ, । प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या अब 75 जनपदों में 6,152 हो गई है। अब तक 11,601 लोग इलाज के बाद पूरी तरह ठीक होने के बाद घर भेजे जा चुके हैं। राज्य में इस समय मरीजों के ठीक होने की दर 63.31 प्रतिशत है। इसके अलावा अब तक प्रदेश में इस वायरस से 569 लोगों की मौत हो चुकी है।

अब तक प्रदेश में 5,74,340 कोरोना नमूनों की हुई जांच
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने सोमवार को बताया कि प्रदेश की विभिन्न प्रयोगशालाओं में रविवार को 15,079 कोरोना नमूनों की जांच की गई। अब तक प्रदेश में कुल 5,74,340 कोरोना नमूनों की जांच हो चुकी है।

पहले चरण में पांच जनपदों में शुरू किया जा रहा एंटीजेन टेस्ट
अमित मोहन ने बताया कि इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमण से प्रभावित बड़े शहरों में अब एंटीजेन टेस्ट से संक्रमण की व्यापकता का पता लगाया जाएगा। इसे आईसीएमआर ने भी मान्यता दे दी है। बड़े जनपदों में आरटीपीसीआर के साथ यह टेस्ट भी किया जाएगा। पहले चरण में लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर और कानपुर नगर में इसे प्रारम्भ किया जा रहा है। इसके बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विशेष रूप से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के बड़े जनपदों में एंटीजेन टेस्टिंग की जाएगी।

6,252 लोग आइसोलेशन वार्ड में भर्ती
राज्य में इस समय 6,252 लोग आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं और 7,502 लोग फैसिलिटी क्वारंटाइन में हैं। फैसिलिटी क्वारंटाइन में उन लोगों को रखा गया है जो कि कोरोना संक्रमितों के सम्पर्क में रहे हैं। हॉटस्पॉट में होने के कारण उनमें लक्षण नजर आयें या जिनमें संक्रमण की सम्भावना होती है।

आरोग्य सेतु एप को लेकर 89,520 लोगों को कन्ट्रोल रूम से फोन
अमित मोहन ने बताया कि प्रदेश में ‘आरोग्य सेतु’ एप डाउनलोड करने वालों के जो अलर्ट मिल रहे हैं, उन्हें सम्बन्धित जनपदों को भेजा जा रहा है। कन्ट्रोल रूम के जरिए जो लोग संक्रमित लोगों के सम्पर्क में आये हैं, उन्हें फोन करके इसकी जानकारी दे रहे हैं। अभी तक 89,520 लोगों को फोन किया जा चुका है। इनमें 168 लोग संक्रमित हैं और उनका विभिन्न कोविड अस्पतालों में इलाज चल रहा है। वहीं 3421 लोग एकांतवास केन्द्र (क्वारंटाइन सेन्टर) में रखे गये हैं।

18,033,27 प्रवासी कामगारों के घरों में पहुंची आशा कार्यकत्रियां
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने बताया कि अब तक आशा कार्यकत्रियों द्वारा 18,033,27 प्रवासी कामगारों के घरों में जाकर उनका सर्वेश्रण किया जा चुका है। इनमें से 1,584 लोगों में सर्दी, जुकाम, बुखार, सांस फूलना आदि लक्षण पाये गये। इनकी कोरोना जांच के लिए नमूने भेजे गये।

5.12 करोड़ लोगों के बीच पहुंची स्वास्थ्य टीमें
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार विभिन्न क्षेत्रों में लोगों के बीच पहुंचकर सर्वेश्रण कर रही हैं। अभी तक 6,881 हॉटस्पॉट और 13,331 नॉन हॉटस्पॉट क्षेत्रों को मिलाकर कुल 20,212 क्षेत्रों में 1,35,753 टीमों ने 1,0041,622 घरों के 5,12,71,400 लोगों का सर्वेक्षण किया है।

सीएचसी-पीएचसी में कोविड डेस्क बनकर तैयार
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने बताया कि इसके साथ ही मुख्यमंत्री के निर्देशों के तहत अब राज्य में अधिकांश सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में कोविड डेस्क बनकर तैयार है। यहां पल्स ऑक्सीमीटर और इन्फ्रारेड थर्मामीटर दिया जा रहा है, जिससे थर्मल स्क्रीनिंग में मदद मिले।

पल्स ऑक्सीमीटर को हर बार इस्तेमाल से पहले करना होगा डिसइनफेक्ट
उन्होंने कहा कि इस बारे में लिखित सुझाव दिया जायेगा कि पल्स ऑक्सीमीटर से एक व्यक्ति की जांच के बाद दूसरे व्यक्ति में इस्तेमाल से पहले उसे कीटाणुरहित कर दिया जाए, क्योंकि ये मरीज की उंगली में लगया जाता है। कीटाणुरहित करने से संक्रमण की सम्भावना नहीं रहेगी। वहीं अब वेंडर, डिलीवरी मैन, सड़क किनारे ढाबा संचालकों का रेंडम सेम्पल लेकर कोरोना जांच की जा रही है, जिससे इनके बीच संक्रमण का स्तर पता चल सके।

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