
नबी अहमद
रूपईडीहा/बहराइच। इण्डो नेपाल बार्डर निवासी भारतीय क्षेत्र के उपभोक्ता आये दिन ब्राडबैंड फेल होने से त्रस्त है। विशेषकर भारत नेपाल के बीच होने वाले वाले व्यापार से मिलने वाले राजस्व के जमा न होने के कारण भारत सरकार का भी भारी नुकसान हो रहा है। कस्बे मे एसएसबी, थाना, वन, प्लांट क्वारेंटाइन, कस्टम सहित केन्द्र व प्रांत की गुप्तचर एजेंसियां भी कार्यरत है। नेपाल से आयात होने वाली जड़ीबूटियों, रोजिन, टरपेनटाइन आयल, कत्थे आदि सामानों पर स्थानीय कस्टम के माध्यम से भारत सरकार को अच्छा राजस्व प्राप्त होता है। नेपाल से आने वाले सामानों से लदे ट्रक ब्राडबैंड फेल होने के कारण राजस्व जमा नही कर पा रहे है। जिससे यह ट्रक चार पांच दिन तक खड़े रहते है। यही नही कस्बे की पांच बैंक भी इसी ब्राडबैंड के फेल होने के कारण उपभोक्ताओं को सेवा नही दे पा रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले गरीब सुबह से शाम तक बैंकों मे कतार लगाकर खड़े रहते है। नेट न चलने के कारण शाम को घर लौट जाते है। पुलिस, एसएसबी, वन, प्लांटक्वारेंटाइन व कस्टम जैसे महत्वपूर्ण विभागों का दैनिक कार्य बाधित हो रहा है। यहां तैनात इन विभागीय अधिकारियों ने अपना नाम प्रकाशित न करने के आग्रह पर बताया कि हम टीडीएम बहराइच को फोन करते करते थक गये है। परन्तु कोई लाभ नही हो रहा है।
आनलाइन शिक्षा प्रणाली भी इसी वजह से धूल चांट रही है। कस्बे के उपभोक्ता विपिन कुमार अग्रवाल, कस्टम के सीएचए हसीब अहमद, मो. अकरम, एएस स्टेनली व राजेश सिंह आदि ने बताया कि ब्राडबैंड यदि चलता भी है तो इसकी गति बहुत धीमी होती है और कभी कभी चलता ही नही है। बुधवार की दोपहर से ब्राडबैंड सेवा अवरूद्ध है।










