सावधानी ही बचाव का सबसे उपयुक्त उपाय-डॉ देवेश

आयुर्वेद कोरोना योद्धाओं को किया गया सम्मानित

जरवल/बहराइच। कोविड 19 पेन्डेमिक डयूटी में बिना अपनी जान की परवाह किये सेवा किये जाने के लिये चिकित्साधिकारीयों कर्मचरियों को उनकी उत्कृष्ठ सेवाओं के लिये प्रांतीय आयुर्वेदिक एव यूनानी चिकित्सा सेवा संघ, बहराइच द्वारा डी यू ओ के निर्देशन मे “कोरोना योध्दा” के रूप मे “प्रसाश्ति पत्र”देकर सम्मानित किया गया डा शैलेन्द्र डा अशोक डा अन्तरिक्ष डा पुनीत डा अजय डा सरवर डा पूजा डा राजकुमार के साथ सभी चिकित्साधिकारी फ़ार्मासिस्ट व कार्यालय के कर्मचारी उपस्थित रहे।

उक्त कार्यक्रम मे डॉ देवेश कुमार श्रीवास्तव प्रभारी चिकित्साधिकारी, राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय, कुण्डासर ने कहा कि कोरोना से डरने व घबराने की जरूरत नही है, लेकिन कोरोना केवल असावधानी से होता है सावधानी रखें रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाये,धनात्मक सोंच रखें,कोई भी रोग हो नजरअंदाज ना करें।उन्होंने बताया कोरोना मुँह से होता है बाहर निकने पर मुँह व चेहरे को बिलकुल ना छुए कपड़ा या मास्क लगाकर ही जाये साथ ही प्रातः 5-5 नीम तुलसी की पत्ती खाये कालिमिर्च, लौंग, इलायची, दालचीनी,जावित्री,तुलसी,अदरक,ज्वर कुश का काढा बनाकर नीम्बू का रस डाल कर पियें।

श्री श्रीवास्तव ने बताया कि मास्क, हेंड सेनेटाइजर, सामाजिक दूरी, जरूरी है अति आवश्यक कार्य होने पर ही बाहर जाएंगे, दाढी न बढायें, कटिंग कराने सैलून न जाएं। शेव स्वयं करें या फिर नाई को घर बुलाया जाए। उसने मास्क पहना हो ऐप्रन पहने, उसके हाथ साफ करवाये। कंघी, कैंची, ब्लैड ,रूमाल आदि सब सामान हमारे होने चाहिए, बेल्ट नहीं पहनो,अंगूठी ,कलाई घडी आदि न पहने,मोबाइल आपको समय बता ही देता है,हाथ रूमाल का उपयोग नहीं करें। सेनेटाइजर और टिश्यू पेपर साथ रखें और जब जरूरी हो इस्तेमाल करें, घर मे जूते पहनकर घर में प्रवेश न करें, उन्हें बाहर ही उतारें, बाहर से घर आने पर बिना कोई चीज छुए बाहर ही हाथ और पैर धोकर अपने सारे कपड़े गर्म पानी सर्फ मे भिगोयें गर्म पानी से नहाएं, यदि आपको लगता है कि आप किसी संदिग्ध के संपर्क में आ गये हैं तो पूरा स्नान करें, भाप लें, गर्म काढ़ा पियें।की बात भी बताई।

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