गौतमबुद्धनगर/ग्रेटर नोएडा । राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने टीम के साथ साईं बालिका गृह में बुधवार को छापेमारी की। इस दौरान शराब की बोतल, महंगी घड़ियां, परफ्यूम व फैंसी कपड़े बरामद हुये। उपाध्यक्ष ने इस मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिये है।
नोएडा सेक्टर 12/22 स्थित साईं कृपा बालिका गृह में बुधवार की सुबह राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने टीम के साथ छापेमारी की। मंगलवार को भी उन्होंने औचक निरीक्षण किया था। कई अनियमितताएं मिलने पर उन्होंने फौरन बच्चों व लड़कियों के कमरों में ताला लगा दिया था।
बुधवार की सुबह टीम के साथ पहुंचने पर उन कमरों को खुलवाया तो अलमारी में बच्चों की भारी मात्रा में फैंसी ड्रेस, लड़कियों के पास महंगी घड़ियां, चश्मे, परफ्यूम आदि मिले हैं। इसके अलावा कमरे से एक शराब की बोतल भी मिली है। उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान यहां बच्चों के पास जो कपड़े मिले हैं, उसके अभी टैग तक नहीं हटाए गए हैं। बालिका गृह में इतने महंगे कपड़े व शराब की बोतल मिलने पर किसी बड़ी गड़बड़ी होने की शंका जतायी जा रही है।
उपाध्यक्ष ने बताया कि जब संचालिका से बच्चों का प्रमाण पत्र मांगा गया तो कागजों में उनकी फोटो नहीं थी। बालिका गृह में रहने वाले बच्चों के तौर तरीकों में भी एक रईसी झलक रही थी। बच्चों के पास लैपटॉप भी मिले हैं। छोटे-बच्चे अपने बर्तन खुद ही साफ कर रहे थे। पानी पीने वाले ड्रम में मरे हुए कीडे़ उतरा रहे थे। चौकीदार नहीं थे, कमरों में लाइट की भी व्यवस्था ठीक नहीं थी। बालिका गृह में मिली गड़बड़ियों व लापरवाही को लेकर जब पूछा गया तो पता चला कि 30 वर्षों से निजी संस्था के हाथों यह बालिका गृह चलाया जा रहा है।
उपाध्यक्ष के पूछने पर संचालक वर्गिज थॉमस ने बताया कि चाइल्ड लाइन से पुलिस जो भी बच्चे हमारे पास लेकर आते हैं, हम उनकी देखभाल करते हैं। स्टॉफ कर्मियों की कमी होने से बच्चे अपने बर्तन खुद धोते हैं। इसके अलावा ड्रम में जो पानी भरा था, वह बरसात का था। साफ सफाई के लिए स्टाफ नहीं है। इस वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
उपाध्यक्ष ने बताया कि इस पूरे प्रकरण की जांच मजिस्ट्रेट को सौंपी गई है, वहां से मिले साक्ष्यों और लैपटॉप की जांच होगी। लापरवाही बरतने पर संचालक व प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।