
कुछ लोगों के लिए उनके पालतू जानवर उनके परिवार के सदस्य जैसे ही होते हैं. ये लोग जानवरों को खूब लाड़-प्यार से रखते हैं और उनके साथ खुशियां और गम बराबर से बांटते हैं. इन जानवरों की मौत पर अफसोस भी होता है, कई लोग तो सदमे में कई-कई दिन खाना-पीना भी छोड़ देते हैं. लेकिन यूपी के मुजफ्फरनगर में एक परिवार ने अपने पालतू कुत्ते की मौत पर जो काम किया, उसने बाकी सब पेट लवर्स को पीछे छोड़ दिया.
दरअसलमुजफ्फरनगर में एक व्यक्ति द्वारा अपने कुत्ते की तेहरवीं मनाने का मामला सामने आया है. इसके लिए बाकायदा तेरहवीं के कार्ड बांटे गए और भोज का आयोजन किया गया. कुत्ते की तेहरवीं की खबर जब शहर के लोगों को लगी तो वे हैरान रह गए. यह घटना लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई है.
थाना नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के गांव अलमासपुर में ब्रह्मदत्त सैनी रहते हैं. उन्होंने एक कुत्ता पाला था. ब्रह्मदत्त सैनी के परिजनों ने कुत्ते का नाम कालू रखा था. वे उसे परिवार के सदस्य की तरह रखते थे. 13 जनवरी को कुत्ते की मौत हो गई. इसके बाद ब्रह्मदत्त ने कालू की तेरहवीं मनाने का फैसला किया.
इसके लिए उन्होंने कार्ड छपवाकर अपने रिश्तेदारों और मित्रों में बांटे. 15 जनवरी को कालू की तेहरवीं का कार्यक्रम रखा गया था. इसके तहत जानसठ रोड स्थित गांव अलमासपुर में टेंट लगाया गया. वहां पर हवन हुआ. कुत्ते की फोटो रखकर उसे श्रद्धांजलि दी गई. कार्यक्रम में भोज का भी आयोजन किया गया.